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Buxar Top News: पुलिस पर लग रहे पक्षपात के आरोप, 55 लोगों को अभी भी है उम्मीद, नहीं मरेगा न्याय ..

ब्रम्हपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आशा कर्मी द्वारा कथित मारपीट मामले में पुलिस अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है.

- ब्रम्हपुर थाना क्षेत्र का है मामला.
- आशकर्मी तथा उप सरपंच पर लगे हैं गंभीर आरोप.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: ब्रम्हपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आशा कर्मी द्वारा कथित मारपीट मामले में पुलिस अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है; जबकि आरोपी आशा कर्मी, सरपंच एवं उप सरपंच पर मारपीट, अतिक्रमण एवं चोरी जैसे दो मामले ब्रम्हपुर थाने में दर्ज है पहला मामला 15 सितंबर 2017 को कांड संख्या 335/17 तथा दूसरा मामला 12 अक्टूबर 2017 को 373/17 दर्ज किया गया है. दोनों मामले काफ़ी चर्चित रहे क्योंकि, मामला एक ऐसी आशा कर्मी का है जो एक साथ दो लाभ के पदों ओर कार्यरत है.

स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि अगर पुलिस ने 15 सितंबर को दर्ज मामले में कार्रवाई की होती तो शायद दबंगों का हौसला इतना नहीं बढ़ता कि वे हथियार से लैस होकर पीएचसी में पहुंच मारपीट जैसी घटना को अंजाम देते. हालांकि मामले में पुलिस की भूमिका कई बिंदुओं पर संदेहास्पद है जैसे कि मामले में अब तक आरोपियों के विरुद्ध कारवाई ना करना, आरोपियों के ऊपर आर्म्स एक्ट ना लगाना. जबकि वे हथियार से लैस होकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में गए थे; जिसके गवाह स्वास्थ्य केंद्र के 54 कर्मी  हैं जिन्होंने हस्ताक्षरित आवेदन पुलिस को दिया है. इस बाबत थानाध्यक्ष दयानंद प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने बताया आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज इसलिए नहीं किया गया क्योंकि यह आरोप सही नहीं प्रतीत हो रहा. जबकि आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारियाँ की जा रही है. उन्होंने बताया कि पुलिस का काम अगर दोषी को सज़ा दिलाना होता है तो यह भी ध्यान देने की जरूरत होती है कि मामले में कोई निर्दोष ना फंस जाए.

बहरहाल, मामला अभी लटका हुआ है तथा दो मामलों के कुल 55 सूचकों को न्याय का इंतज़ार अभी भी है. संभव है कि वरीय पदाधिकारियों के द्वारा मामले के सत्यापन के बाद मरती हुई न्याय की आस पुनः पुनर्जीवित हो जाए.
 














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