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Buxar Top News: भार्गव आश्रम के बाद आज नुआंव पहुंचेगे श्रद्धालु ..


पंचकोसी परिक्रमा के तीसरे दिन शुक्रवार को श्रद्धालुओं का जत्था भार्गव ऋषि के आश्रम पहुंचा.

- पंचकोसी यात्रा का हुआ है आयोजन.
- त्रेता युग में भगवान राम ने की थी पंचकोसी परिक्रमा.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पंचकोसी परिक्रमा के तीसरे दिन शुक्रवार को श्रद्धालुओं का जत्था भार्गव ऋषि के आश्रम पहुंचा और वहां दही-चूड़ा का प्रसाद ग्रहण किया. शनिवार की सुबह लोग नुआंव के लिए रवाना हो जायेंगे. ऐसी मान्यता है कि भभुवर में रात्रि विश्राम के बाद भगवान राम अगले आश्रम के लिए निकले थे. भभुअर सदर प्रखंड के दक्षिणी भाग में जिला मुख्यालय से करीब सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो पंचकोसी परिक्रमा के सबसे ज्यादा दूरी पर है. पंचकोसी परिक्रमा में मठों के महंत भी शामिल हुए. व्याघ्रसर पंचकोसी परिक्रमा समिति के नेतृत्व में संत समाज पर्याप्त संख्या में इस परिक्रमा मेंशामिल होते है. परिक्रमा समिति के अध्यक्ष व वसांव मठ के महांत अच्यूत प्रपन्नाचार्य जी महाराज, उपाध्यक्ष व सीताराम विवाह आश्रम के महांतराजाराम शरण दास जी महाराज, सचिव डॉ. रामनाथ ओझा समेत अन्य गणमान्य लोगों द्वारा पंचकोसी परिक्रमा की गयी, साथ ही समिति के इनधर्माचारों द्वारा परिक्रमा में शामिल होने वाले श्रद्वालुओं को हर संभव सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है. जिससे कि इसकी महत्ता आगे और बढ़े तथा हमारी प्राचीन संस्कृति आगे की पीढ़ियों के लिए संरक्षित रहे.

लगा था विशाल मेला, लोगों ने गुरही जलेबी की हुई सर्वाधिक बिक्री :  पंचकोशी परिक्रमा के दौरान  भार्गव ऋषि के आश्रम के समीप मेले का आयोजन किया गया था. इस दौरान विभिन्न प्रकार की दुकानें सजी थी. दुकानों पर खिलौनों, चाट पकोड़ों के अलावे प्रसिद्ध गुरही जलेबी की कई दुकानें सजी हुई थी. आज भभुअर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने सर्वप्रथम भार्गव सरोवर में स्नान किया तत्पश्चात आश्रम के समीप स्थित भगवान शंकर के मंदिर में पूजा अर्चना की. तत्पश्चात जमकर मेले का लुत्फ़ उठाया. इस दौरान बच्चों ने जहाँ खिलौने खरीदने में रुचि दिखाई वहीं दूसरी तरफ गुरही जलेबी तथा अन्य पकवानों का भी आस्वादन किया. इस दौरान गुरही जलेबी की बिक्री सर्वाधिक रही.
 














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