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Buxar Top News: दिल्ली में स्वच्छता सम्मलेन में बक्सर के मुखिया ने देश को दिया स्वच्छता का सन्देश ..

स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत बक्सर जिला के गंगा किनारे के गांवों को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया है. इसके बाद अब ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन तालाबों के जीर्णोद्धार, जल संरक्षण, जैविक कृषि इत्यादि विषयों पर काम होना है.


  • पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा किया गया था आयोजन .
  • उमरपुर मुखिया विरेंद्र राय उर्फ़ ललक राय तथा गंगौली मुखिया हुए शामिल.


बक्सर टॉप न्यूज़,दिल्ली : पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विज्ञान भवन नई दिल्ली में शनिवार को गंगा ग्राम स्वच्छता सम्मेलन का आयोजन किया गया. 

इस सम्मेलन में बक्सर जिला से  प्रतिनिधित्व करते हुए सदर प्रखंड के उमरपुर पंचायत के मुखिया विरेन्द्र राय उर्फ ललक राय ने अपने वक्तव्य में मंत्रालय को बहुत बहुत सारे सुझाव व जरूरतों से अवगत कराया. गंगा के किनारे बसे जिन गांव में शौचालय निर्माण के साथ ही अन्य गतिविधियों को संचालित कर बेहतरीन काम किया है, उन मुखिया को अब प्रधानमंत्री सम्मानित करेंगे. विदित हो की, गंगा ग्राम स्वच्छता सम्मेलन में शामिल होने के लिए सम्बंधित मंत्रालय द्वारा उमरपुर पंचायत मुखिया सह मुखिया संघ अध्यक्ष, बक्सर (सदर) विरेन्द्र राय उर्फ ललक राय सहित बीपीआरओ तथा गंगौली मुखिया को आमंत्रित किया गया था.

मुखिया विरेन्द्र राय ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत बक्सर जिला के गंगा किनारे के गांवों को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया है. इसके बाद अब ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन तालाबों के जीर्णोद्धार, जल संरक्षण, जैविक कृषि इत्यादि विषयों पर काम होना है. इसके लिए दिल्ली में आज 23 दिसंबर को आयोजित ‘गंगा ग्राम स्वच्छता सम्मेलन’ में गंगा किनारे स्थित विशेष पंचायत के मुखिया ने इस सम्मेलन में अपनी राय दी.

मुखिया श्री विरेन्द्र राय ने बताया कि गंगा की सफाई के अभियान नमामी गंगे के हिस्से के तौर पर केंद्र सरकार ने जो सम्मेलन कराया इसका उद्देश्य गंगा के तट पर स्थित गांवों का संपूर्ण स्वच्छता विकास करना है. अगस्त माह में, केंद्र ने उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के गंगा के तट पर स्थित सभी 4,470 गांवों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया था.
इन गांवों में से केंद्र और राज्य सरकारों ने 24 गांवों की पहचान की है जिन्हें ‘गंगा ग्राम’ बनाने के लिए पायलट परियोजना के तहत लिया जा रहा है. एक आधिकारिक वक्तव्य के मुताबिक परियोजना की शुरूआत आज यहां गंगा ग्राम स्वच्छता सम्मेलन में हुई.
कार्यक्रम की अध्यक्षता पेयजल तथा स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने की. इसमें जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी और ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित सभी राज्यों के ग्रामीण विकास मंत्री तथा पंचायती राज मंत्री शामिल रहे.






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