Buxar Top News: जीविका प्रोजेक्ट मैनेजर के शौक ने एक झटके में रौंद डाले कई सपने ..
अचानक हुए घटना से उसके पिता दीपक सिंह सन्न रह गए. तब तक बोलेरो अचानक एक झटके के साथ रुक गई.
- ख़ुद वाहन चला रहे थे जीविका के प्रोजेक्ट मैनेजर.
- वाहन पर खो बैठे नियंत्रण तो हो गयी बड़ी दुर्घटना.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर थाथाना क्षेत्र के स्वेत नगर इलाके स्थित जेल पईन रोड में मंगलवार की दोपहर सड़क दुर्घटना में वैभव कुमार उर्फ लक्की (10 वर्ष) की मौत हो गई. वह धोबी घाट मोहल्ले के गली नंबर आठ के रहने वाले किराना दुकान संचालक दीपक सिंह का पुत्र था. घटना के दिन लक्की स्टेशन रोड से अपने पिता के साथ जेल पईन के रास्ते अपने घर जा रहा था. इसी बीच अपरिपक्व चालक के बोलेरो की चपेट में आ कर उसकी घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई. वाहन परियोजना प्रबंधक शशिकांत राम ही चला रहे थे. उन्हें वाहन चलाने का शौक महंगा पड़ गया.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जीविका के ब्लॉक प्रोजेक्ट प्रबंधक थोड़ी देर पहले ही दिल्ली से आए थे. यहां आने के बाद अपने कार्यालय से सामान को लोड कर कहीं जाने के लिए निकले. बोलेरो में चढ़ने के बाद चालक गंगा यादव को हटा कर स्वयं ड्राइविंग सीट पर बैठ गए. और खुद वाहन चलाने लगे. उस समय वाहन का रुख आइटीआइ की तरफ था और उन लोगों को स्टेशन की ओर जाना था. इस बात को देखते हुए वे खाली पड़े जमीन में वाहन का बैक गीयर लगा कर गाड़ी को पीछे ले गए उसे पीछे लेने के बाद जैसे ही स्टेशन रोड की तरफ उसे मोड़ा अचानक वाहन अनियंत्रित हो गया तथा सड़क किनारे अपने पिता के साथ जा रहे बच्चे लक्की को रौंद दिया. बालक की मौके पर ही मौत हो गई. अचानक हुए घटना से उसके पिता दीपक सिंह सन्न रह गए. तब तक बोलेरो अचानक एक झटके के साथ रुक गई. किसी अप्रिय घटना का अंदेशा होते ही बगल की सीट पर बैठा चालक गाड़ी से कूद कर भाग गया. वहीं, वाहन को चला रहे जीविका ब्लाक प्रोजेक्ट प्रबंधक वाहन से उतर कर बच्चे को देखने लगे तभी बच्चे के पिता ने उन्हें पकड़ लिया और उसके बाद अन्य लोग भी वहां पहुंच गए और उन्हें पीटने लगे. फिलहाल प्रोजेक्ट प्रबंधक की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है.
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