Buxar Top News: चिकित्सक पर लगा लापरवाही बरत गर्भपात कराने का आरोप, स्वास्थ्य केंद्र पर लोगों का हंगामा, पथराव में आधा दर्जन घायल, मौके पर पहुंची चार थानों की पुलिस..
हंगामा कर रहे लोग डाक्टर विनोद सिंह के तबादला पर किए जाने की मांग कर रहे थे. उनका कहना था कि चिकित्सक शराब के नशे में धुत्त थे. तथा ईलाज में लापरवाही की.
- रात में शराब के नशे में किया एनएम के साथ दुर्व्यवहार.
- घंटों तक लोग करते रहे हंगामा. भाग खड़े हुए पीएचसी कर्मी.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: गुरूवार की रात चौगाईं पीएचसी
में एक महिला का स्वत: गर्भपात हो जाने पर परिजनों ने चौंगाई पीएचसी में जमकर हंगामा किया और अनशन पर बैठ गए.
हंगामे का नेतृत्व एक निजी विद्यालय के संचालक सौरभ पाठक कर रहे थे. वहीँ, गुरूवार
के दिन हंगामा के कारण चौंगाई पीएचसी का कार्य बाधित रहा. पीएचसी में ईलाज के लिए आए
मरीजों को बिना ईलाज कराए घर वापस जाना पड़ा. प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि शराबी चिकित्सक की लापरवाही के कारण महिला का गर्भपात हो गया.
एनएम ने भी लगाया शराब के नशे में दुर्व्यवहार का आरोप:
मिली जानकारी के
अनुसार गुरूवार के देर रात लगभग बारह पैंतालीस बजे चौगाई प्रखंड के फफदर गांव के राकेश
पासवान की पत्नी निशा देवी का बच्चा होनेवाला था. जिसको लेकर निशा देवी को दर्द होने
लगा.परिजनों ने उन्हें चौगाईं पीएचसी पहुंचाया. एनएम वीणा सोई थी. एनम का आरोप था कि
कुछ लोगों शराब के नशें में मेरे साथ बततमीजी कि. पीड़िता को एक बज के चौदह मिनट पर एनएम वीणा
के द्वारा दर्द का इंजेक्शन लगाया गया. इसी दौरान महिला लघुशंका के लिए गयी तो
उसका गर्भपात हो गया.
लोगों ने लगाया लापरवाही बरतने का आरोप, किया पथराव, पहुंची चार थानों की पुलिस:
इसको लेकर गुस्साए
लोगों ने जमकर हंगामा किया. सुबह होते ही पीएचसी पर पहुंचे लोगों ने वहाँ जम कर
पथराव भी किया. इस स्थिति को देखकर कर्मचारी डर के मारे दुबके हुए थे. पथराव से आधा
दर्जन लोग घाएल हो गए सभी ने निजी नर्सिंग होम में ईलाज कराया. चिकित्सा प्रभारी डॉ.
विनोद सिंह पूरा दिन दरवाजा बन्द कर के बैठे रहे.
लोगों का गुस्सा
सातवें आसमान पर था. हंगामा कर रहे लोगों ने बताया कि डॉ.बिनोद सिंह कह रहे हैं कि
पेट में बच्चा नहीं है जबकि पीड़िता को छह माह का गर्भ था. अगर समय पर उपचार होता तो
बच्चे की मौत नही होती. हंगामा कर रहे लोग डाक्टर विनोद सिंह के तबादला पर किए
जाने की मांग कर रहे थे. उनका कहना था कि चिकित्सक शराब के नशे में धुत्त थे. तथा
ईलाज में लापरवाही की. हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर चार थानों मुरार, ब्रहपुर,
बगेन तथा कोरानसराय थाना की पुलिस मौके पर पहुँच गयी तथा स्थिति को नियंत्रण में
लिया.
मौके पर पहुंचे सीएस:
लोग मेडिकल टीम को
बुलाने की मांग पर अड़े थे. जिसकी सूचना पर बक्सर सीएस के साथ एक जांच दल वहाँ
पहुंचा. बाद में सीएस के आश्वासन पर लोगों का आक्रोश थमा. बताया जा रहा है
कि पहले भी चिकित्सा
प्रभारी पर जानलेवा हमला हुआ था. इस दौरान चौगाईं पीएचसी पर 02 नवम्बर 2011 को ग्रामीणों
ने जमकर तोड़ फोड़ भी की थी.
क्या कह रहे है चिकित्सा
प्रभारी:
चिकित्सा
प्रभारी डॉ. विनोद सिंह ने बताया कि छ माह के लिए गर्भस्थ शिशु का विकास नहीं होने
से यह गर्भपात हुआ. मरीज को दर्द का इंजेक्शन दिया गया था. महिला का उचित उपचार किया
गया. मरीज पूर्णत: स्वस्थ्य है. गर्भस्थ शिशु को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि
उसका पूर्ण विकास नहीं हुआ है. उसका वजन सौ दो सौ ग्राम से ज्यादा नही है. कुछ लोग
को पीएचसी की अच्छी व्यवस्था देख अपनी राजनीति को चमकाने की कोशिश की जा रही है.
समाचार संकलन: उपेन्द्र सिंह.
समाचार संकलन: उपेन्द्र सिंह.
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