Buxar Top News: अपराधियों को पनाह दे रही है बक्सर जिला प्रशासन : अनिल कुमार ।
सुशील मोदी जंगल राज कहते नहीं थकते थे, जब आज वे सत्ता में हैं तो आम जनता पर अपराधियों का कहर भी उन्हें मंगल लगता है.
- होली के दिन हुए विवाद में मारे गए व्यक्ति के परिजनों से मिलने एकरासी पहुंचे थे जनतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष.
- कहा राज्य सरकार का गरीब दलित विरोधी चेहरा हो रहा है उजागर.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जनतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने बक्सर जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि यह जिला अपराधियों का गढ़ बनता जा रहा और अपराधियों को स्थानीय प्रशासन पनाह दे रही है. श्री कुमार आज बक्सर जिले के बगेन थाना क्षेत्र के एकरासी गांव पहुंचे थे, जहां पिछले दिनों होली की सुबह मुर्गा के मांस को लेकर हुए विवाद में राजेन्द्र चौधरी के पुत्र रणजीत चौधरी की हत्या कर दी गई थी। इस दौरान उन्होंने मृतक के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया. साथ ही उन्होंने राजेन्द्र चौधरी के पुत्र रणजीत चौधरी के हत्यारों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की.
बाद में पत्रकारों से बात करते हुए श्री कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बिहार में आज कानून व्यवस्था बदहाल हो गई. अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि वे कहीं भी, कभी भी, किसी की भी हत्या कर दे रहे हैं. लेकिन इस पर प्रशासन खामोश रहती है। मगर ताज्जुब है कि हर रोज लहुलुहान होते बिहार में मुख्यमंत्री जी कहते हैं, सुशासन का राज है. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी जंगल राज कहते नहीं थकते थे, जब आज वे सत्ता में हैं तो आम जनता पर अपराधियों का कहर भी उन्हें मंगल लगता है.
अनिल कुमार ने शराबबंदी, दहेजबंदी और बालू बंदी पर भी सरकार को निशाने पर लिया और कहा कि राज्य में शराब बंदी हुई. मगर शराब बंद नहीं हुआ, उल्टे उसकी कीमत कई गुना बढ़ गई. उसी तरह 500 रूपए में मिलने वाला बालू बंदी की के बाद 5000 रूपए का हो गया. अब सरकार का नया पैंतरा दहेजबंदी है, जिसके बाद लड़के की कीमत और भी बढ़ जायेगी. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद एक लाख 22 हजार लोग जेल में बंद हैं, क्योंकि यह सरकार की एक सुनियोजित योजना थी गरीबों को डराने – धमकाने की. जो आज जेल में हैं, सभी गरीब और दलित हैं. यह राज्य सरकार के गरीबों और दलितों के प्रति दोहरे चेहरे को उजागर करता है.
श्री कुमार ने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकार दलित विरोधी है. लोकसभा में बिहार के अंदर दलितों के लिए आरक्षित सीट 6 है, जिसमें चार पर रामविलास पासवान के परिवार के लोग आते हैं. इससे राज्य के अन्य दलितों की सत्ता में भागीदारी कहां बनती है. ये आरक्षण तो राम विलास पासवान के परिवार के लिए है. मगर जनतांत्रिक पार्टी इन सब पार्टियों से अलग है और इसकी नींव ही किसानों, महिलाओं, छात्रों, कामगारों, मजदूरों के लिए उत्थान के लिए पड़ी है. इसलिए अब लड़ाई आर पार की होगी. हमें सत्ता से ज्यादा जनता के विकास और उनकी सुरक्षा की चिंता है.

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