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Buxar Top News: अस्पताल में दवाओं की अनुपलब्धता का मेडिकल स्टोर उठा रहे फायदा, साढ़े पाँच सौ में बेची 25 रुपए की दवा ..



कभी चिकित्सकों की कमी तो कभी दवाइयों की कमी. बहाना चाहे जो भी हो लेकिन एक बात जो हमेशा सामने आती है वह यह है कि अस्पताल की इन गलतियों का नुकसान सदैव रोगी ही उठाते हैं. 

- अधिकारियों ने कहा, होगी कठोर कार्रवाई
- अस्पताल प्रबंधन ने झाड़ा पल्ला, कहा- जितनी हैं उतनी दी दवाएं. 

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: एक और जहां सरकार स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाने की बात करती है वहीं दूसरी ओर वर्तमान समय में अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाएं लोगों के जीवन पर संकट की तरह खड़ी दिखाई देती हैं. कभी चिकित्सकों की कमी तो कभी दवाइयों की कमी. बहाना चाहे जो भी हो लेकिन एक बात जो हमेशा सामने आती है वह यह है कि अस्पताल की इन गलतियों का नुकसान सदैव रोगी ही उठाते हैं. साथ ही अस्पताल की खामियों के कारण भ्रष्टाचार भी तेजी से पनपने लगता है. 


ऐसा ही एक वाकया सोमवार को सामने आया. दरअसल कृष्णाब्रम्ह थाना क्षेत्र के अरिआंव गांव के रहने वाले राजेश यादव अपनी गर्भवती पत्नी प्रमिला देवी (24 वर्ष) को लेकर प्रसव कराने के लिए रविवार को सदर अस्पताल पहुंचे.वहां पहुंचने पर उन्हें बताया गया कि उनकी पत्नी का सिजेरियन कर बच्चा पैदा कराना होगा. यह कह कर उन्हें एडमिट कर लिया गया.  सोमवार को सुबह जब चिकित्सक आए तो उनके द्वारा महिला के परिजनों को दवाइयों की लंबी लिस्ट पकड़ा दी गई. लिस्ट लेकर जब महिला का पति राजेश सदर अस्पताल के दवा काउंटर पर गया, तो उसे बताया गया कि इनमें से कोई भी दवा अस्पताल में मौजूद नहीं है. सभी दवाएं बाहर निजी दवा दुकानों पर ही मिलेंगी.राजेश को बहुत आश्चर्य हुआ कि गरीबों की भलाई के लिए खोले गए इस अस्पताल में क्या दवाएं भी मयस्सर नहीं?

खैर, पत्नी का इलाज कराना उनके लिए आवश्यक था इसलिए वह अस्पताल के बाहर बने आदित्य मेडिकल नामक दवा दुकान पर पहुँचे. वहां पर उन्हें सभी दवाइयां दे दी गई. उन्ही में से एक दवाई की कीमत 25.70 रुपए थी लेकिन उस दवा की कीमत कई गुना अधिक बढ़ा कर साढ़े पाँच सौ रुपए के दर पर यह दवा दी गयी. परिजनों इस पर सवाल उठाया तो बताया गया कि यह दवा ब्लैक में आती है.  जिसके कारण इसकी कीमत बढ़ा कर ली जाती है.

मामले में औषधि निरीक्षक अजय शंकर लोरिक ने बताया कि तय कीमत से अधिक दर पर दवा बेचा जाना बेहद संगीन मामला है. ऐसे दुकानदारों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी. 

वहीं रोगी कल्याण समिति के सदस्य डॉक्टर श्रवण कुमार तिवारी ने बताया कि अस्पताल में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जाएगा. साथ ही अन्य असुविधाओं को भी शीघ्र दुरुस्त किया जाएगा.

















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