Buxar Top News: सबसे बड़ा भ्रष्ट अधिकारी है बक्सर एसपी राकेश कुमार - विधायक ।
जिले में पदस्थापित पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सबसे भ्रष्ट अधिकारियों में शामिल है. एस पी आवास के पास बने गंगा सेतु से आसानी से शराब की तस्करी होती है. लेकिन आश्चर्यजनक रूप से एसपी को इसकी जानकारी नहीं होती.
- बोले सदर विधायक, अपराधियों के हाथ में है कानून व्यवस्था.
- सरकार को चेतावनी, भ्रष्ट अधिकारी का करें तबादला वरना सड़क से सदन तक होगा विरोध.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिले में कानून व्यवस्था अपराधियों के नियंत्रण में आ गयी है. शासन व्यवस्था अब पुलिस नहीं बल्कि अपराधियों के ही हाथ में है. जिले में व्याप्त आपराधिक घटनाओं के मध्य बनी परिस्थितियां इस बात की गवाही दे रही हैं. यह कहना है सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी का. हम से हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि जिले का हर नागरिक खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है. हालात यह है कि अगर कोई व्यक्ति घर से बाहर निकलता है तो वह घर लौट के आएगा या नहीं इसकी कोई गारंटी नहीं है. बावजूद इसके पुलिस केवल लकीर पीटने में लगी हुई है. हत्या के बाद जनता के सामने सक्रियता का दिखावा करने के लिए पुलिस थानों के आसपास के इलाकों में वाहन जांच चला रही है. जबकि अपराध तथा अपराधी अन्य इलाकों में भयमुक्त होकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते रह रहे हैं. जिले में चोरी छिनैती तो दूर की बात है यह हत्या और बलात्कार जैसी घटनाएं भी आम हो गई.
जिले में पदस्थापित पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सबसे भ्रष्ट अधिकारियों में शामिल है एस पी आवास के पास बने गंगा सेतु से आसानी से शराब की तस्करी होती है. लेकिन आश्चर्यजनक रूप से एसपी को इसकी जानकारी नहीं होती. अपने कर्तव्यों के प्रति एसपी का सबसे बड़ा प्रमाण तो उस समय मिला जब मुख्यमंत्री की सुरक्षा में भी चूक हो गई और उन पर जमकर पत्थर चलाए गए. बावजूद इसके आरक्षी अधीक्षक अभी तक बक्सर में जमे हुए हैं इसका मतलब स्पष्ट रूप से यही है कि सरकार भी ऐसे भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दे रही है. सुशासन का तो केवल ढोंग है जबकि पूरी तरह से राज्य में कुशासन व्याप्त है.
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सरकार अगर इस तरह के भ्रष्ट पदाधिकारी का स्थानांतरण यहां से नहीं कराती है तो सड़क से सदन तक सरकार का विरोध किया जाएगा.
विधायक जी नमस्कार!
ReplyDeleteमैं पवनी पंचायत से मृतुंजय कुमार दुबे सुचना कार्य करता हूँ! बकसर जिले में सभी भरषट अधिकारी और मुखिया एवं थाना सहित परखंड आफिस चौसा भारी अनियमितता के दोषी पाये गए हैं पर कार्रवाई क्यों नहीं होती?
Kon karywahi karega. Sb bhrasht aur chor ho gye .. Sb bikau hai yaha
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