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Buxar Top News: केंद्रीय स्वास्थ राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने अखिल भारतीय आयुविज्ञान संस्थान, पटना (AIIMS,Patna) में आठ विभागों का किया उद्घाटन ..



पटना ही नहीं देश के अस्पतालों का जिस तरह से काया कल्प पिछले चार वर्षों में किया गया है पहले इसकी रफ़्तार नगण्य थी. इसलिए मैं तो इसे “ नमो केयर” पटना एम्स का विकास हुआ है.

- अतिरिक्त आठ विभागों और तीन सुविधाओं के साथ एम्स सम्मिलित होगा बिहार के अग्रणी अस्पतालों में.
- गांव में वेलनेस सेंटर खोलने के लिए 2 हजार  करोड़ की राशि स्वीकृत.


बक्सर टॉप न्यूज़, पटना: भारत में एम्स की एक अलग पहचान है. इसने जहाँ तक लोगों में अपनी सवाओं से सम्मान पाया है वहीं इसके ईलाज का स्तर भी इसे ख्याति प्राप्त करवाता है. उक्त बातें केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारत सरकार सांसद श्री अश्विनी कुमार चौबे ने उद्घाटन समारोह में कहीं.
मंत्री जी ने आगे कहा कि मुझे गर्व है कि नरेंद्र भाई मोदी हमारे प्रधानमंत्री है. क्योंकि उनके रहते जिस तरह से पटना एम्स का विकास हुआ है और हेल्थ केयर के क्षेत्र में क्रांति आई है वैसा पहले कभी नहीं हुआ. आप स्वयं देखें कि हेल्थ केयर का इतना विशाल बजट पहले कभी नहीं आया. पटना ही नहीं देश के अस्पतालों का जिस तरह से काया कल्प पिछले चार वर्षों में किया गया है पहले इसकी रफ़्तार नगण्य थी. इसलिए मैं तो इसे “ नमो केयर” के रूप में ही देखता आया हूँ.
केंद्रीय मंत्री ने ज़ोर देते हुए कहा कि “आपको जान कर आश्चर्य होगा कि दिल्ली एम्स में सबसे ज़्यादा लोग उत्तर प्रदेश व बिहार से जाते हैं और ईलाज के ख़र्च के लिए वो अपनी ज़मीन तक बेच देते है. मैं चाहता हूँ  कि जल्द से जल्द पटना एम्स में ज़्यादा से ज़्यादा सुविधाओं की शुरुआत हो जाए ताकि बिहार और आस-पास की ग़रीब जनता को किसी भी बड़ी बीमारी के ईलाज के लिए बाहर जाकर अपने पैसे ख़र्च ना करना पड़े”.
मंत्री ने एम्स की सुविधाओं में प्रसार करते हुए आठ विभागों का आज उद्घाटन किया जिसमें 1.गैस्ट्रोलॉजी, 2.न्यूरोलॉजी, 3.बर्न और प्लास्टिक सर्जरी, 4.ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन व ब्लड बैंक, 5.सर्जिकल गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी, 6.ऑन्कोलॉजी हेमेटोलॉजी चिकित्सा, 7.सर्जिकल ऑन्कोलॉजी एवं 8. मनोरोग विभाग सम्मिलित हैं.

इसके साथ ही साथ तीन सुविधाओं को भी जनता को समर्पित किया गया जिसमें 1.ओपीडी, 2.इनडोर बलॉक सी और डी, व 3.बल्ड बैंक शामिल हैं.
मंत्री ने इस बात की ख़ुशी ज़ाहिर की कि पटना एम्स में इन सुविधाओं के प्रारंभ होने से बिहार सहित आस-पास के राज्यों की जनता को ईलाज के लिये बाहर नहीं जाना पड़ेगा व किफ़ायती, सुलभ व प्रभावी ईलाज पटना में हीं उपलब्ध हो जायेगा, जिससे उनके धन व समय की बचत होगी और बाहर शहर में भटकना नहीं पड़ेगा.

श्री चौबे ने आज अपने संबोधन में कहा कि “आपका चिकित्सक आपके द्वार” का जो निश्चय मैंने किया था अब उसके परिणाम आपके समक्ष ‘वेलनेस सेंटर’ के रूप में ‘ग्रामीण छोटे अस्पतालों के कायाकल्प के रूप में’ एम्स की सुविधाओं को बढ़ाने के रूप में, आ रहे हैं और आने वाले दिनों में आपको चिकित्सा क्षेत्र में और भी बेहतरीन सुविधाएँ “नमो केयर” के तहत जल्द ही उपलब्ध होंगी.

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री द्वारा कही  गई मुख्य बातें: 

अतिरिक्त आठ विभागों और तीन सुविधाओं के साथ एम्स सम्मिलित होगा बिहार के अग्रणी अस्पतालों में.
भारत में एम्स की एक अलग पहचान है. इसने जहाँ तक लोगों में अपनी सवाओं से सम्मान पाया है वहीं इसके ईलाज का स्तर भी इसे ख्याति प्राप्त करवाता है.
मुझे गर्व है कि नरेंद्र भाई मोदी हमारे प्रधानमंत्री है. उनके रहते जिस तरह से पटना एम्स का विकास हुआ है और हेल्थ केयर के क्षेत्र में क्रांति आई है वैसा पहले कभी नहीं हुआ. आप स्वयं देखे कि हेल्थ केयर का इतना विशाल बजट पहले कभी नहीं आया. पटना ही नहीं देश के अस्पतालों का जिस तरह से काया कल्प पिछले चार वर्षों में किया गया है पहले इसकी रफ़्तार नगण्य थी। इसलिए मैं तो इसे “ नमो केयर” के रूप में ही देखता आया हूँ.

आपको जान कर आश्चर्य होगा कि दिल्ली एम्स में सबसे ज़्यादा लोग उत्तर प्रदेश व बिहार से जाते हैं और ईलाज के ख़र्च के लिए वो अपनी ज़मीन तक बेच देते है। मैं चाहता हूँ  कि जल्द से जल्द पटना एम्स में ज़्यादा से ज़्यादा सुविधाओं की शुरुआत हो जाए ताकि बिहार और आस-पास की ग़रीब जनता को किसी भी बड़ी बीमारी के ईलाज के लिए बाहर जाकर अपने पैसे ख़र्च ना करना पड़े”.
आठ विभाग  1.गैस्ट्रोलॉजी, 2.न्यूरोलॉजी, 3.बर्न और प्लास्टिक सर्जरी, 4.ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन व ब्लड बैंक, 5.सर्जिकल गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी, 6.ऑन्कोलॉजी हेमेटोलॉजी चिकित्सा, 7.सर्जिकल ऑन्कोलॉजी एवं 8. मनोरोग विभाग सम्मिलित है.


तीन सुविधा जिसमें 1.ओपीडी ( कैन्सर और दर्द निवारण एवं प्रशमक देखभाल) , 2.इनडोर बलॉक सी और डी, व 3.बल्ड बैंक शामिल है.
पटना एम्स में इन सुविधाओं के प्रारंभ होने से बिहार सहित आस-पास के राज्यों की जनता को ईलाज के लिये बाहर नहीं जाना पड़ेगा व किफ़ायती, सुलभ व प्रभावी ईलाज पटना में हीं उपलब्ध हो जायेगा, जिससे उनके धन व समय की बचत होगी और बाहर शहर में भटकना नहीं पड़ेगा.
“आपका चिकित्सक आपके द्वार” का जो निश्चय मैंने किया था अब उसके परिणाम आपके समक्ष ‘वेलनेस सेंटर के रूप में ‘ग्रामीण छोटे अस्पतालों के कायाकल्प के रूप में एम्स की सुविधाओं को बढ़ाने के रूप में, आ रहे हैं और आने वाले दिनों में आपको चिकित्सा क्षेत्र में और भी बेहतरीन सुविधाएँ “नमो केयर” के तहत जल्द ही उपलब्ध होंगी।
बिहार में आज भी 60-70 प्रतिशत गाँव है जहाँ चिकित्सकों  की ज़्यादा ज़रूरत है हम प्रोत्साहन नीति के तहत बल दे रहे हैं की ज़्यादा से ज़्यादा चिकित्सक हम गाँव तक पहुँचा सकें और एम्स इसमें अतिमहत्वपूर्ण योगदान देने वाला है.
गाँव में वेलनेस सेंटर खोले जाएंगे ताकि हम ज़्यादा से ज़्यादा गाँव के लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करा सके. इसके लिए 2000 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।
मैं चाहता हूँ कि आप अच्छी से अच्छी शिक्षा ग्रहण कर ग़रीबों की सेवा का प्रण लें.
22 विभाग काम कर रहे हैं,  8 विभाग बन कर तैयार हैं और वो जल्द ही शुरू किए जाएँगे. 

आयुष्मान भारत के तहत देश के 50 करोड़ लोगों तक चिकित्सा सुविधाएँ पहुँचाने का भारत सरकार का लक्ष्य है इससे देश के प्रत्येक गांवों और शहरों में रहने वाले सभी लोगों को चिकित्सा का लाभ पर्याप्त रूप से मिलेगा.
इसके लिए उप स्वास्थ्य केंद्र को हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में अपग्रेड किया जा रहा है.12 ऐसे स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र चुने गए हैं, जिनसे संबंधित सभी प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएँ इन केंद्रों में सभी के लिए उपलब्ध होंगी.

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