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Buxar Top News: धन्य है ! बिजली विभाग का नया करिश्मा, आम उपभोक्ता को बनाया अरबपति ..



कंपनी एक और जहां जिले के कई जगहों वर्षों से बिना पोल और तार के बिजली कनेक्शन बांटकर बिजली बिल की वसूली की जाती है. वहीं  कर्मियों के आभाव को दिखाकर आम लोगों को भी मुन्ना मिस्त्री बनने को मजबूर करती है.
पीड़ित उपभोक्ता

- नवंबर 2016 से ही नहीं हो रहा है बिल का सुधार.
- पहले 96 हज़ार, फिर सवा तीन लाख का भेजा बिल.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर:  बिजली कंपनी के करिश्मे भी अजीबोगरीब है. कंपनी एक और जहां जिले के कई जगहों वर्षों से बिना पोल और तार के बिजली कनेक्शन बांटकर बिजली बिल की वसूली की जाती है. वहीं  कर्मियों के आभाव को दिखाकर आम लोगों को भी मुन्ना मिस्त्री बनने को मजबूर करती है.

दो सीएफएल एवं एक पंखे के लिए 100 रुपए तक जमा करना पड़ता था बिल:

बिजली कंपनी के कारनामों की लंबी फेहरिस्त में एक और नया कारनामा जुड़ गया है जहां ब्रम्हपुर प्रखंड के रघुनाथपुर गांव में एस्बेस्टस की छत के नीचे के रहने वाले सुरेंद्र प्रसाद नामक एक साधारण किसान को एक पंखे और दो सीएफएल बल्ब जलाने के एवज में सवा तीन लाख रूपए का बिजली बिल विभाग द्वारा भेजा गया है. मामले में पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि जब से उसने बिजली कनेक्शन लिया तब से प्रतिमाह 100 से डेढ़ सौ रुपए के बीच में बिजली बिल का भुगतान उसे करना पड़ता था. वर्ष 2016 के नवंबर माह में उसे 2 महीनों के बिल के रूप में 205 रुपए जमा करने पड़े थे. नवंबर के बाद से जब उसने दिसंबर माह में बिजली बिल जमा करने की कोशिश की तो उसे बताया गया कि उसके बिल में कोई समस्या है, जिसके कारण उसका बिल नहीं निकल पा रहा है.
उपभोक्ता का मकान


पहले आया 96000 फिर आया सवा तीन लाख का बिल :

बिजली बिल में गड़बड़ी की बात कहते कहते मई 2017 में उसे एक साथ ही 96 हज़ार रुपए का बिजली बिल भेजा गया. अचानक से इतना ज्यादा बिजली बिल को देखकर पहले तो व्यक्ति चकराया फिर उसने बिजली विभाग में इसकी शिकायत की. शिकायत के आलोक में विभाग में एक बार फिर उसे बिजली बिल में सुधार करने की बात कह दिया. लगभग 1 वर्ष बाद जून 2018 में व्यक्ति को पुनः बिजली का बिल विभाग द्वारा भेजा गय, लेकिन इस बार बिजली बिल पूर्व के बिजली बिल से करीब 3 गुना 314882.00 रुपए था. यही नहीं मीटर रीडर द्वारा उसे बिजली बिल नहीं जमा करने पर कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहने की बात भी कही गई. ऐसे में पीड़ित उपभोक्ता ने मीडिया से गुहार लगाई कि इस मामले को उजागर करते हुए बिजली विभाग की सच्चाई दुनिया के सामने लाई जाए ताकि अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद उसकी समस्या का निराकरण हो सके.
बिजली बिल


कहते हैं बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता:

बिजली कंपनी के कार्यपालक अभियंता संतोष कुमार से बात करने पर उन्होंने बताया कि उपभोक्ता को यदि यह लगता है कि बिजली बिल में गड़बड़ी है, तो वह सहायक विद्युत अभियंता डुमराँव के कार्यालय में जाकर बिजली बिल में सुधार करवा सकता है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि स्पॉट बिलिंग होने के कारण अब बिजली बिल में त्रुटियां ना के के बराबर आ रही है, लेकिन अगर फिर भी बिल में गड़बड़ी है तो उसमें अवश्य सुधार किया जाएगा.

बहरहाल, बिजली बिल में सुधार हो न हो लेकिन सवा 3 तीन लाख बिजली बिल भेज कर कंपनी ने पीड़ित व्यक्ति को अरबपतियों की श्रेणी में तो खड़ा कर ही दिया है.

















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