Buxar Top News: सरकार करे प्रावधान, दलित वर्ग के लोगों के साथ देखे जाने पर सामान्य वर्ग के लोगों को दी जाए फांसी - गोपाल राय ।
जब सुप्रीम कोर्ट ने एससी/एसटी एक्ट में देश हित मे फैसला दिया उसके बाद भी मोदी सरकार के द्वरा सुप्रीम कोर्ट के फैसले को दरकिनार कर फिर से सदन में विधेयक लाकर जेनरल कैटेगरी के लोगो का गला घोंट दिया गया.
- आरक्षण के नाम पर सामान्य वर्ग के लोगों का हो रहा शोषण.
- सामान्य वर्ग के युवाओं को मिलती नहीं 5 हजार की नौकरी, सरकार कर रही सबका साथ सबका विकास की बात.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय अपने एक दिवसीय दौरे पर बक्सर पहुँचे.
अतिथि गृह में में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि देश के राष्ट्रपति दलित हैं तो उनको आरक्षण चाहिए और एक जेनरल का कैटेगरी के व्यक्ति के बेटा दवा के अभाव में दम तोड़ रहा है, तो उसकी कोई सहायता नही होनी चाहिए. मोदी के राज में सामान्य वर्ग के लोग मरने के कगार पर आ गए हैं. उसके बाद भी देश की सभी पार्टी पिछड़ों की राजनीति करने में मशगूल है. ब्राह्मण , भूमिहार, क्षत्रिय, कायस्थ के बच्चे भूखे मर रहे हैं. उनपर किसी की ध्यान नही है. लेकिन पिछड़ों के हित की चिंता है. जब सुप्रीम कोर्ट ने एससी/एसटी एक्ट में देश हित मे फैसला दिया उसके बाद भी मोदी सरकार के द्वरा सुप्रीम कोर्ट के फैसले को दरकिनार कर फिर से सदन में विधेयक लाकर जेनरल कैटेगरी के लोगो का गला घोंट दिया गया. आज एससी/एसटी एक्ट को हथियार बनाकर निर्दोष लोगों को जेल भेजा जा रहा है.इसकी चिंता किसी को नही है. लेकिन पिछड़े समाज के सबल व्यक्तियों को सुविधा पर सुविधा दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि डॉ. भीम राव अम्बेडकर ने भी अंग्रेजो के ही संविधान को लागू किया था. जब संविधान का निर्माण हुआ था.उस समय 10 साल के लिए ही आरक्षण का व्यवस्था की गयी थी लेकिन आजादी के 70 साल बाद भी ये आरक्षण जारी है. अच्छा होता सरकार ये प्रावधान कर देती की पिछड़े समाज के लोगो के साथ यदि किसी सामान्य वर्ग के लोगो को देख लिया जाए तो उन्हें फांसी पर लटका दिया जाएगा. आज जेनरल कैटेगरी के मेधावी छात्रों को पाँच हज़ार रुपए की नौकरी नही मिल रही है और सरकार सबका साथ सबका विकास की बात करती है.
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