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Buxar Top News: एक बार फिर ट्रेन लूट की घटना के शिकार होने से बचे तूफान एक्सप्रेस के यात्री ..



पिछले 1 हफ्ते के भीतर चार बार  अपराधियों द्वारा इसी रेलखंड पर सिग्नल लाल का ट्रेन रोकने  की घटनाएं घटित हो चुकी है. बावजूद इसके ना तो इस समूचे गैंग का खुलासा हो सका है और ना ही पुलिस  इस पर अंकुश लगाने में सफल हो पाई है.

- डुमराँव में अपराधियों ने किया सिग्नल लाल 2 घंटे तक बाधित रहा परिचालन.

- अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस कर रही प्रयास की जा रही है नियमित गश्ती.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: दानापुर पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड पर सफर करना इन दिनों यात्रियों के लिए मुश्किल भरा होता जा रहा है. स्थिति कुछ ऐसी बन रही है जिससे कि किसी बड़ी लूट की घटना से इनकार नहीं किया जा सकता. 

दरअसल, दानापुर-पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड के डुमराव रेलवे स्टेशन पर अज्ञात अपराधियों ने एक बार फिर सिग्नल लाल कर ट्रेनों को रोक दिया. यहां बता दें कि पिछले 1 हफ्ते के भीतर चार बार  अपराधियों द्वारा इसी रेलखंड पर सिग्नल लाल का ट्रेन रोकने  की घटनाएं घटित हो चुकी है. बावजूद इसके ना तो इस समूचे गैंग का खुलासा हो सका है और ना ही पुलिस  इस पर अंकुश लगाने में सफल हो पाई है. हालांकि, पुलिस ने 5 अपराधियों को गिरफ्तार कर यह बताया था कि सिग्नल लाल करने की घटना में यही लोग शामिल है. बावजूद इसके सिग्नल लाल करने की घटनाएं कम में होना कहीं ना कहीं पुलिस द्वारा बताई जा रही कहानी पर भी संदेह पैदा कर रहे हैं.

अपराधियों द्वारा सिग्नल लाल करने के घटना के बाद पुलिस की तत्परता से कोई बड़ी घटना तो सामने नहीं आई लेकिन तार काटकर सिग्नल लाल करने वाले अपराधी एक बार फिर पुलिस  को चकमा देकर भागने में सफल रहे. 

सिग्नल लाल होने की सूचना मिलने पर एक बार फिर रेलवे के बड़े अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया. जैसे ही घटना की सूचना मिली रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी मौके पर पहुंच गए तथा उन्होंने मामले की जांच शुरू शुरु कर दी. प्रत्यक्षदर्शियों ने रेलवे के अधिकारियों को बताया कि तूफान एक्सप्रेस जैसे ही डुमराँव रेलवे स्टेशन के पास पहुंची सिग्नल लाल कर दिया गया. जिसके बाद ट्रेन में मौजूद स्कॉट पार्टी एक्टिव हो गई तथा उसने ट्रेन का निरीक्षण करना शुरू किया. दूसरी तरफ इस घटना के बाद रेल यात्रियों के बीच में भी अफरातफरी मची रही. वहीं घटना के बाद पटना पुणे-तथा अन्य ट्रेनों के परिचालन पर प्रभाव पड़ा. सिग्नल को ठीक करने के तकरीबन 2 घंटे के बाद जब परिचालन सामान्य हुआ तब लोगों ने राहत की सांस ली.




















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