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Buxar Top News: गंगा में कचरा डालकर अपनी दोहरी मानसिकता को प्रदर्शित कर रहे हैं लोग - बछेंद्री पाल

इस दौरान जिलाधिकारी ने सुश्री बछेंद्री पाल तथा उनके टीम के साथ स्वयं अपने हाथों से गंगा की सफाई की. उनके साथ अनुमंडल अधिकारी एवं नगर परिषद के अन्य कर्मी भी सफाई के कार्य में लगे हुए थे.

- गंगा स्वच्छता अभियान को लेकर बक्सर पहुंची थी पहली महिला पर्वतारोही.
- गंगा स्वच्छता अभियान में गंगा विचार मंच के साथ जिलाधिकारी समेत प्रबुद्ध जनों ने किया श्रमदान.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: माउंट एवरेस्ट पर भारत का झंडा लहराने वाली पहली तथा विश्व की पांचवीं महिला पर्वतारोही बछेंद्री पाल गंगा स्वच्छता के अपने मिशन को लेकर अपने 40 सदस्य टीम के साथ सुबह तकरीबन 7:30 बजे प्रभात फेरी में शामिल हुई. प्रभात फेरी में उनके साथ नगर परिषद की चेयरमैन माया देवी, वाइस चेयरमैन बबन सिंह, जिलाधिकारी राघवेंद्र कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय, प्रेस क्लब के अध्यक्ष डॉक्टर शशांक शेखर, रेडक्रॉस के सचिव डॉ श्रवण कुमार तिवारी, गंगा विचार मंच के सौरभ कुमार तिवारी तथा उनकी टीम, समाजसेवी नंद कुमार तिवारी, मजदूर नेता डॉक्टर मनोज यादव जदयू नेता संजय सिंह, समाजसेवी अनुराग पांडेय, प्रकाश पांडेय, मिशन गंगा अभियान से जुड़े सौम्या मुखोपाध्याय, अजीत कुमार नयन, कौशिक कुमार नंदी,  गुड्डू राय, वुडको के चंद्र भूषण भट्ट, कमल राणा, परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी विभिन्न राजनीतिक दलों के समेत स्कूली बच्चे तथा आमजन शामिल रहे. 

प्रभात फेरी सीधे रामरेखा घाट पर पहुंची, जहां सभी ने एक साथ मिलकर श्रमदान किया तथा गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल रखने का संकल्प लिया. स्वच्छता अभियान के दौरान बछेंद्री पाल तथा जिलाधिकारी राघवेंद्र सिंह ने बक्सर में 4 वर्षों से गंगा की सफाई में लगे युवाओं की टोली छात्रशक्ति तथा गंगा विचार मंच के संयोजक सौरभ कुमार तिवारी की सराहना की. इस दौरान जिलाधिकारी ने सुश्री बछेंद्री पाल तथा उनके टीम के साथ स्वयं अपने हाथों से गंगा की सफाई की. उनके साथ अनुमंडल अधिकारी एवं नगर परिषद के अन्य कर्मी भी सफाई के कार्य में लगे हुए थे.


इसके बछेंद्री पाल के नेतृत्व में पश्चात स्वच्छता मिशन की टीम फाउंडेशन स्कूल में पहुंची जहां उन्होंने स्कूली बच्चों को गंगा को निर्मल रखने का संदेश दिया. अपने अभिभाषण के दौरान उन्होंने कहा कि गंगा भारत की जीवन रेखा है. गंगा को हम लोग मां कहते हैं तो मां का सम्मान हर व्यक्ति के लिए आवश्यक है. उन्होंने कहा कि हमारे देश में आजकल दोहरी मानसिकता के लोग हो गए हैं. जो एक तरफ तो गंगा को माता का दर्जा देते हैं वही माता के आंचल में गंदगी का अंबार लगा देते हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को अपने दोहरे चरित्र से बाहर निकल कर गंगा के प्रति अपनी सच्ची श्रद्धा को दिखाना होगा. उन्होंने कहा कि गंगा स्वच्छता मिशन तभी सफल होगा जब जन जन के मन में जीवनदायिनी माता गंगा के प्रति प्रेम और श्रद्धा के भाव आएंगे.

विद्यालय में उन्होंने बच्चों के द्वारा बनाई कलाकृतियों का निरीक्षण भी किया. साथ ही साथ उन्होंने विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश बच्चों को दिया. इस अवसर पर वह लगभग एक घंटे से अधिक समय तक विद्यालय में रही तथा बच्चों से गंगा के संदर्भ में विचारों का आदान प्रदान किया. बच्चों के द्वारा ग्राम जीवन की झलक, माउंट एवरेस्ट मॉडल, बक्सर की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर तथा यहां के विभिन्न भोज्य सामग्री और पकवानों के स्टालों को देख कर वह मंत्रमुग्ध हो उठी. उन्होंने अपने विचारों से ऐसा आभास कराया जैसे वह भारतीय गौरवमयी संस्कृति के इन दृश्यों को चिरकाल तक संजोए रखना चाहती है. मौके पर विद्यालय के तमाम बच्चों के अतिरिक्त विद्यालय के प्रबंधक मनोज चौबे, मनोज त्रिगुण, धर्मवीर दुबे, राजीव पाठक, मीना श्रीवास्तव समेत विद्यालय के समस्त शैक्षणिक तथा गैर शैक्षणिक कर्मचारी मौजूद रहे. दूसरी तरफ उनकी टीम के अन्य 40 सदस्यों ने भी नगर के विभिन्न स्कूलों में जाकर बच्चों को गंगा की स्वच्छता के प्रति जागरूक किया.























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