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Buxar Top News: आस्था पर चोट: छठिया पोखरे का कर लिया गया अतिक्रमण ..

बरसों से आस्था का केंद्र रहा कोरान सराय छठिया पोखरा अब अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाने को मजबूर है
पोखरे की अतिक्रमित जमीन

- हाल कोरान सराय स्थित छठिया पोखर का.

- प्रशासनिक दावों से अलग है जमीनी हकीकत.


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर सूर्योपासना के महापर्व छठ का अनुष्ठान आज नहाय-खाय के साथ शुरु हो गया. छठ पर्व को लेकर जहां प्रशासन के द्वारा साफ सफाई के अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं, वहीं जमीनी हकीकत कुछ और ही है. बरसों से आस्था का केंद्र रहा कोरान सराय छठिया पोखरा अब अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाने को मजबूर है.
प्राचीन शिव मंदिर


तकरीबन 150 वर्ष पूर्व बनाए गए इस पोखरे के बगल में भगवान शंकर के भव्य मंदिर का निर्माण स्थानीय निवासी किसी व्यवसायी द्वारा किया गया था. आस्था के प्रतीक इस मंदिर की हालत तो जीर्ण-शीर्ण तो है ही छठिया पोखरा की जमीन को भी स्थानीय लोगों द्वारा अधिकृत कर लिया गया है. यही नहीं यहां हर साल पोखरे में कूड़ा डाल कर भर दिया जाता है और देर ना करते हुए तुरंत उसके ऊपर मकान भी बना लिया जाता है. स्थानीय निवासियों की माने तो अब तक लगभग एक तिहाई जमीन पर कब्जा हो चुका है और उन पर मकान बनाए जा चुके हैं. लेकिन आज तक इस पर किसी नेता या स्थानीय जनप्रतिनिधि का ध्यान नहीं गया. प्रशासनिक स्तर पर भी पोखरे को अतिक्रमण मुक्त कराने की पहल नहीं की गई.
पोखरे के समीप बन रही भगवान भास्कर की प्रतिमा

स्थानीय निवासी छोटे तिवारी बताते हैं कि पोखरे के बगल में हर साल भगवान भास्कर के भव्य प्रतिमा स्थापित की जाती है तथा हर्षोल्लास के साथ छठ का पर्व मनाया जाता है. लेकिन इस पोखरे पर प्रशासनिक व्यवस्था नगण्य में रहती है. अतिक्रमण मुक्ति की बात तो दूर यहां साफ-सफाई तक की भी बेहतर व्यवस्था नहीं होती है. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने यह तय किया है कि अगर जनप्रतिनिधियों द्वारा इस पोखरे के पुनरुद्धार पर तथा इसे अतिक्रमण मुक्त कराए जाने पर कोई पहल नहीं की गई तो आगामी लोकसभा चुनाव में यहां की जनता वोट का बहिष्कार करेगी.























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