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जल्द ही लागू किया जाए एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट - अधिवक्ता संघ।

कहा कि आज के समय में अधिवक्ताओं का जीवन बेहद खतरे में है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह जल्द से जल्द एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करे.

- साथी की आत्मा की शांति के लिए अधिवक्ताओं ने रखा मौन.
- आश्रितों को नौकरी एवं मुआवजा देने की हुई मांग.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता जितेंद्र कुमार सिंह की निर्मम हत्या के विरुद्ध बक्सर अधिवक्ता संघ के सदस्यों ने उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा तथा बिहार सरकार से उनके आश्रितों को सरकारी नौकरी एवं 50 लाख मुआवजा देने की मांग की साथ ही साथ बिहार एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की भी मांग की गई. मौके पर मौजूद अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष विजय नारायण मिश्रा तथा महासचिव गणेश ठाकुर ने कहा कि आज के समय में अधिवक्ताओं का जीवन बेहद खतरे में है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह जल्द से जल्द एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करे. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जब तक यहां तक लागू नहीं किया जाता तब तक संघर्ष जारी रहेगा.

मौके पर वरीय अधिवक्ता रामनाथ ठाकुर शशि कांत उपाध्याय, विंदेश्वरी पांडेय, महेंद्र चौबे, विजय ओझा, दयासागर पांडेय, अरविंद पांडेय, रामनारायण, कर्मवीर भारती, तेज प्रताप सिंह, डॉ.अश्विनी कुमार वर्मा समेत कई अधिवक्ता मौजूद रहे.

उधर राजद विधि प्रकोष्ठ के तत्वाधान में भी एक बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें वक्ताओं ने राज्य सरकार के विधि व्यवस्था के प्रति आक्रोश व्यक्त किया. प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष ईश्वर चंद्र शर्मा ने राज्य सरकार से अमृत वकील के आश्रित को सरकारी नौकरी तथा मुआवजा देने की मांग दोहराई. साथ ही एडवोकेट प्रोटक्शन एक्ट के तहत मुआवजे की मांग की गई. बैठक में गणपति मंडल जयराम सिंह, रामाश्रय सिंह, जनार्दन सिंह, कमला कांत सिंह, ईश्वर चंद वर्मा, समेत कई अधिवक्ता मौजूद रहे.

न्यायालय सवांददाता राघव पाण्डेय की रिपोर्ट
























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