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चंचल समेत चार को पुलिस ने भेजा जेल, फरार हुआ बाबर को गोली मारने वाला ..

सूत्रों की मानें तो ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के योगियाँ गाँव के रहने वाले एक युवक की हत्या करने के उद्देश्य से चंचल मिश्रा, अंकित तिवारी तथा दो अन्य युवक नगर थाना क्षेत्र के पीपी रोड से ही उसका पीछा कर रहे थे

- 24 घंटे तक चली गुपचुप कार्रवाई के बाद खड़े हो रहे कई सवाल.

- पुलिस तथा सूत्रों की कहानी में अलग-अलग एंगल.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: मुफस्सिल थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किए गए पूर्व हिस्ट्रीशीटर चंचल मिश्रा तथा उसके साथ पकड़े गए युवकों को पुलिस ने रविवार को जेल भेज दिया.

मामले में पुलिस उपाधीक्षक सतीश कुमार ने बताया कि नगर थाना क्षेत्र के विश्वामित्र कॉलोनी का रहने वाला चंचल मिश्रा, दिनारा थाना क्षेत्र के नोनियापुरा गांव का निवासी
अंकित तिवारी, धनसोई थाना क्षेत्र के पंचरिया गांव का रहने वाला दीपक पाण्डेय तथा नगर थाना क्षेत्र के सिविल लाइन का निवासी शिवम् ठाकुर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ठोरा पुल से कुछ दूर आगे चौसा-बक्सर मुख्य मार्ग पर किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने की नीयत से पहुंचे थे. इसी बीच पुलिस को गुप्त सूचना मिली जिसके आधार पर छापेमारी कर चारों अपराधियों को पिस्टल तथा कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया गया, जिन्हें बाद में जेल भेज दिया गया.

दूसरी तरफ सूत्रों से मिली जानकारी पुलिस की कहानी से बिल्कुल अलग है. सूत्रों की मानें तो ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के योगियाँ गाँव के रहने वाले एक युवक की हत्या करने के उद्देश्य से चंचल मिश्रा, अंकित तिवारी तथा दो अन्य युवक नगर थाना क्षेत्र के पीपी रोड से ही उसका पीछा कर रहे थे. स्कार्पियो में सवार उक्त व्यक्ति संभवत इस बात को भांप गया तथा उसने अपने पक्ष के कुछ लोगों को मामले की जानकारी मोबाइल पर दे दी. इसके बाद वह चौसा बक्सर मुख्य-मार्ग पर कमर पुर की तरफ अपनी गाड़ी में सवार होकर चला गया. वहीं चंचल तथा उसके अन्य सहयोगी स्कॉर्पियो में सवार होकर उनकी गाड़ी का पीछा कर रहे थे. इसी बीच दानी कुटिया के समीप दूसरे पक्ष के तकरीबन 8 युवक मौके पर पहुंच गए तथा उन्होंने नशे में धुत चंचल मिश्रा तथा अंकित तिवारी को पकड़ लिया. हालांकि, इसी बीच उसके दो अन्य सहयोगी भागने में सफल रहे.

चंचल के सहयोगियों ने पुलिस को दी सूचना:

बताया जा रहा है कि भागने वाले दो युवकों में शामिल एक पिछले दिनों बाबर अली पर गोली चलाने वाला हिमांशु उपाध्याय उर्फ नागिन तथा एक अन्य युवक ने पुलिस को सूचना की तथा बताया कि चंचल मिश्रा का अपहरण कर लिया गया है. वहीं इसी बीच दूसरे पक्ष के लोगों ने पुलिस को फोन कर सभी अपराधियों को उनके सुपुर्द कर दिया. दूसरे पक्ष के लोगों में दीपक पांडेय तथा शिवम ठाकुर शामिल थे. इसी बीच चंचल को सुपुर्द करने में हुई देरी  के कारण नाराज पुलिस ने  दीपक तथा शिवम को भी गिरफ्तार कर लिया. सूत्रों की मानें तो दीपक पांडेय पुलिस के लिए मुखबिरी का कार्य करता है तथा उसे यह एहसास भी नहीं था कि जिस पुलिस के लिए उसने अब तक कार्य किया है. वही पुलिस उसे गिरफ्तार कर लेगी. वहीं शिवम ठाकुर के बारे में बताया जा रहा है कि उस गाड़ी का चालक था जिससे कि दूसरे पक्ष के लोग मौका ए वारदात पर पहुंचे थे. 

बहरहाल, कहानी चाहे जो भी हो लेकिन तकरीबन 24 घंटे तक चली गुपचुप कारवाई को पुलिस ने बहुत ही सहजता अंजाम दे दिया. वहीं समूचे घटनाक्रम ने एक बात और साबित कर दी कि जिले में अपराधी बेखौफ होकर घूम रहे हैं तथा कभी भी किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं.
























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