नोट बदलने के नाम पर शातिर अपराधियों ने महिला से झटके हज़ारों रुपये ..
पैसे निकालने गयी महिला से सूट-बूट में आये अपराधियों ने झांसा देकर उसके 80 हजार रुपये झटक लिए. आश्चर्यजनक रूप से बैंक ने भी मामले की जानकारी पुलिस को नहीं दी.
- नगर थाना क्षेत्र स्थित यूको बैंक का है मामला.
- बेटी की शादी की खरीदारी करने के लिए पैसे निकाल रही थी महिला.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बैंक के ग्राहक तथा बैंक से जुड़े लोग इन दिनों अपराधियों के लिए आसान शिकार बन गए हैं. वहीं समुचित सुरक्षा का आभाव भी उनका मनोबल बढ़ा दी रहा है. जिसका परिणाम लागातार हो रही घटनाओं के रूप में सामने आता है. ताज़ा मामले में नगर के मेन रोड स्थित बाबा कॉम्प्लेक्स में मौजूद यूको बैंक में हुई है पैसे निकालने गयी महिला से सूट-बूट में आये अपराधियों ने झांसा देकर उसके 80 हजार रुपये झटक लिए. आश्चर्यजनक रूप से बैंक ने भी मामले की जानकारी पुलिस को नहीं दी.
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को दिन में तकरीबन एक बजे की औद्योगिक थानाक्षेत्र के उमरपुर निवासी बिुदू देवी पति-कवींद्र राय यूको बैंक में पैसे निकालने अपने भतीजा विकास कुमार के साथ आई थी. महिला ने बैंक से 80 हजार रुपये निकाले जिसमें बैंक द्वारा सौ और पांच सौ के नोट दिए गए थे. महिला अभी पैसे गिन ही रही थी कि काले रंग के सूट में सजे धजे तीन अधेड़ उम्र के व्यक्तियों ने उसके पास आकर बोला कि हमें मजदूरों को पैसा देना है आप हमसे अपने पैसों के बदले दो-दो हजार के नोट लेकर बदले में अपने नोट दे दीजिए. महिला ने सहज भाव से सारे पैसे दे दिए. जिसके बदले में उनलोगों ने महिला को कुछ रुपये दिए और गिनकर मिलाने को बोला. पैसे गिनने पर महज चार हजार ही रुपये पाकर महिला ने जब नजर उठाकर देखा तो तब तक तीनों वहां से गायब हो चुके थे. जिनकी खोजबीन के क्रम में बाहर मौजूद लोगों ने बताया कि तीनों व्यक्ति एक ही पल्सर गाड़ी पर सवार होकर यहां से गए हैं. जिसके बाद रोती-बिलखती महिला ने दोबारा बैंक में पहुंच अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. बावजूद इसके बैंककर्मचारियों द्वारा पुलिस को सूचना नहीं दिए जाने पर महिला ने अपने एक रिश्तेदार को बुलाया. जिसने पुलिस को इसकी जानकारी दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब बैंक अधिकारियों से सीसीटीवी फुटेज दिखाने को कहा तो अधिकारियों ने बताया कि सारे कैमरे खराब पड़े हैं. बाद में महिला द्वारा नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.
बेटी के विवाह के लिए जमा किए थे रुपये:
झांसा का शिकार बनी पीड़ित महिला बिंदु देवी ने बताया कि उसके पति असम में किसी कंपनी में नौकरी करते हैं. महज दो माह बाद फरवरी में बेटी की शादी का दिन रखा गया है. जिसके लिए एक-एक पैसा जोड़कर उसने एकत्र किया था. शादी में दहेज का सामान खरीदने के लिए ही वो पैसे निकालने खुद आई थी. लेकिन, उचक्कों ने सारे अरमानों पर पानी फेर दिया.
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