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ठोरा-गंगा संगम स्थल अब होगा "विश्वामित्र गाँव" ..

लगभग 800 मीटर वर्ग क्षेत्र के भूभाग को गंगा गीत यज्ञ का फिल्मांकन करने पहुँचे डायरेक्टर ओ पी पांडेय ने गायत्री मंत्र के साथ पीले अक्षत से विधिवत पूजा कर संगम-स्थल पर आदि गुरु विश्वामित्र के नाम से घेरकरण कर ग्राम की संकल्पना कायम की

- गंगा गीत यज्ञ की तैयारियां हुई पूरी, कल पहुंचेंगी, लोकगीत गायिका रेखा तिवारी.

- निलय उपाध्याय के जोश को मिला ओपी पांडेय का साथ.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: गंगा और ठोरा के संगम स्थल को आज वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विश्वामित्र ग्राम घोषित किया गया. वसन्तोत्सव पर 10 फरवरी से होने वाले गंगा गीत यज्ञ से पूर्व स्थल का नामकरण का काम आयोजकों ने घोषित कर दिया. लगभग 800 मीटर वर्ग क्षेत्र के भूभाग को गंगा गीत यज्ञ का फिल्मांकन करने पहुँचे डायरेक्टर ओ पी पांडेय ने गायत्री मंत्र के साथ पीले अक्षत से विधिवत पूजा कर संगम-स्थल पर आदि गुरु विश्वामित्र के नाम से घेरकरण कर ग्राम की संकल्पना कायम की.

बताते चलें कि विश्वामित्र की तपोभूमि बक्सर के ठोरा-गंगा संगम के समीप ही वेदों में उनके गाँव का वर्णन है. वर्तमान में संगम स्थल के पास बचा भूभाग ही उनकी तपस्या भूमि का गवाह दिखता है. आसपास उनके नाम से कोई ग्राम नही है इसलिए इस तपस्या स्थली और पावन भूमि को उनके नाम रख गंगा गीत यज्ञ की शुरुआत करने की कल्पना की गई है. गंगा गीत यज्ञ भोजपुरी लोकगीतों को सहेजने वाला वह सांस्कृतिक यज्ञ है जो भोजपुरी में लुप्त होती पारम्परिक और पुरातन धुनों से लोगों को रू-ब-रू करायेगा. 10 फरवरी से बसंतोत्सव के साथ ही इस कार्यक्रम का आरंभ हो जाएगा. फिलहाल इस स्थल पर तैयारियां जोरों पर हैं.  हालांकि, मौसम बिगड़ने से यज्ञ स्थल पर बन रही झोपड़ियां जरूर उखड़ गयीं लेकिन आयोजक निलय उपाध्याय का जोश चरम पर है और वे इसे सुखद अनुभव मानते है. उन्होंने बताया कि गंगा मैया का आगमन हो चुका है, जो वर्षा की रिमझिम फुहारों के रूप में अपना आगमन कर इस गीत यज्ञ की अनुमति प्रदान कर चुकी हैं. बस आगन्तुकों और कलाकारों का इंतजार है. मशहूर लोकगायिका चन्दन तिवारी व रेखा तिवारी इन लोकगीतों को अपनी आवाज देने वाली हैं जो शनिवार को बक्सर में होंगी.










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