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देश को बांटने वालों के विरुद्ध उठ खड़ा हुआ बक्सर का युवा, न्यायालय में दर्ज कराया मामला ..

कहना है कि इन लोगों द्वारा बनाई गई फिल्म आर्टिकल 15 का प्रोमो देखने के बाद यह स्पष्ट हो रहा है कि फिल्म धार्मिक दुराव एवं दो समुदायों के बीच दुश्मनी फैलाने में सहायक होगी. उन्होंने बताया कि इस प्रकार की फिल्में कभी नहीं बनाई जानी चाहिए जिससे कि दंगे जैसा माहौल पैदा हो. 

- फिल्म आर्टिकल 15 में एक समुदाय के लोगों के विरुद्ध लोगों को भड़काने का आरोप.
- देश की एकता को कायम रखने के लिए फिल्म के रिलीज पर रोक लगाने की मांग.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पांडेय पट्टी के रहने वाले युवा समाजसेवी गिट्टू तिवारी ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में शुक्रवार को एक परिवाद दायर कर फिल्म आर्टिकल 15 के निर्देशक अभिनव सिन्हा तथा इसी फ़िल्म के नायक आयुष्मान खुराना के विरुद्ध आवाज उठाई है. उनका कहना है कि इन लोगों द्वारा बनाई गई फिल्म आर्टिकल 15 का प्रोमो देखने के बाद यह स्पष्ट हो रहा है कि फिल्म धार्मिक दुराव एवं दो समुदायों के बीच दुश्मनी फैलाने में सहायक होगी. उन्होंने बताया कि इस प्रकार की फिल्में कभी नहीं बनाई जानी चाहिए जिससे कि दंगे जैसा माहौल पैदा हो. उन्होंने बताया कि आर्टिकल-15 में दिखाया गया है कि एक समुदाय के व्यक्ति द्वारा दूसरे समुदाय के युवती का दुष्कर्म कर उसे पेड़ से लटका कर उसकी हत्या कर दी जाती है. साथ ही उक्त समुदाय के व्यक्ति द्वारा अन्य समुदायों के व्यक्तियों को प्रताड़ित करने की भी बात फिल्म में दिखाई गई है. ऐसे में उन्होंने अपने आवेदन में बताया है कि इस तरह की फिल्म से देश में विद्रोह जैसी भयावह स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जो देशहित के विरुद्ध है जो कि देश की अखंडता एवं संप्रभुता को भंग करने में सहायक हो सकती है. ऐसे में उन्होंने न्यायाधीश से आग्रह किया है कि वह ऐसे लोगों को कठोरतम दंड दें. न्यायालय के द्वारा मामले की सुनवाई के लिए अगली तिथि मुकर्रर की गई है. व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता उमेश सिंह द्वारा मामले की पैरवी की जा रही है. परिवाद दायर कराते वक्त मामले के गवाह तथा श्री सिंह के सहयोगी अधिवक्ता मनीष कुमार भी मौके पर मौजूद रहे.









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