न्यायिक कर्मियों ने लिया बुजुर्ग अधिवक्ताओं का आशीर्वाद ..
कहा कि बढ़ती तपिश एवं उम्र में अनुमंडल न्यायालय के बुजुर्ग अधिवक्तागण आज न्यायिक प्रक्रिया के अभिभावक हैं और उनका सम्मान करना और आशीर्वाद प्राप्त करना हर न्यायकर्मी का पुनीत कर्तव्य है.
- डुमराँव अनुमंडल न्यायालय में आयोजित था कार्यक्रम.
- कर्मियों ने कहा-बुजुर्ग अधिवक्ताओं के स्नेह और आशीर्वाद से खिल जाता है न्यायालय परिसर.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: किसी भी समाज के बुजुर्ग समाज के प्रेरणास्रोत होते हैं. चाहे वह घर हो या कचहरी, उनका अनादर स्खलित होते समाज का विद्रूप चेहरा है. इसी प्रकार न्यायालय की गुणवत्ता बुजुर्ग अधिवक्ताओं पर ही निर्भर होती हैं. माना जाता है कि जज और कर्मचारी तो बस मोहरे होते हैं. इसलिए बुजुर्ग अधिवक्ताओं के स्नेह और आशीर्वाद से न्यायालय परिसर खिल जाता है और न्याय प्रक्रिया में शुचिता के साथ गुणवत्ता भी आ जाती हैं. ऐसा कहना है डुमराँव अनुमंडल न्यायालय के न्यायिक कर्मियों का.
इसी बात को ध्यान में रख कर डुमराँव अनुमंडल न्यायालय में कार्यरत न्यायिक कर्मियों ने शनिवार को वरिष्ठ अधिवक्ताओं से आशीर्वाद प्राप्त किया. इस दौरान न्यायिक कर्मियों ने कहा कि बढ़ती तपिश एवं उम्र में अनुमंडल न्यायालय के बुजुर्ग अधिवक्तागण आज न्यायिक प्रक्रिया के अभिभावक हैं और उनका सम्मान करना और आशीर्वाद प्राप्त करना हर न्यायकर्मी का पुनीत कर्तव्य है.
इस दौरान अनुमंडल न्यायालय के बुजुर्ग अधिवक्ता राम निवास तिवारी, मो. सईदुल आजम, दिनेश्वर प्रसाद सिन्हा आदि को मिष्ठान्न और शीतल जल पिलाकर न्यायकर्मियों ने उनका पैर छुआ एवं आशीर्वाद ग्रहण किया.
इस अवसर पर बुजुर्ग वादकारियों एवं ताईद को भी मिष्ठान्न व पानी दिया गया. अनुमंडल न्यायालय के सिरिस्तेदार धनंजय तिवारी, मिथिलेश पांडेय, धनंजय कुमार नीरज, गणेश साहू, कौशलेंद्र कुमार ओझा, रवि रंजन, सुजीत, चंदन मनोज आदि ने न्यायालय परिसर में बुजुर्ग अधिवक्तावों व ताईद से आशीर्वाद प्राप्त किया.
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