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जिले में भयंकर सुखाड़ के हालात, मंत्री के निर्देश पर बक्सर नहर में छोड़ा गया 1581 क्यूसेक पानी ..

इंद्रपुरी बराज के निरीक्षण के बाद मंत्री की देखरेख में तुरंत बक्सर नहर में 1581 क्यूसेक व सीवीसी चौसा में 1158 क्यूसेक पानी छोड़ा गया.  बता दें कि, बक्सर नहर में पानी डिस्चार्ज की क्षमता 1700 व सीवीसी चौसा में पानी डिस्चार्ज की क्षमता 1250 है.

- इंद्रपुरी बराज का निरीक्षण करने पहुंचे थे परिवहन मंत्री संतोष निराला.
- पानी के लिए आसमान की टकटकी लगाए किसानों को राहत दिलाने का प्रयास.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: मानसून के दगा देने के कारण  किसानों में मायूसी छाई हुई है.  दूसरी तरफ नहरों में पानी ना होने से रोपनी के बाद किसानों की फसल सूखने के कगार पर है. जिले में भयंकर सुखाड़ के हालात को देखते हुए बिहार के परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला ने रविवार को इंद्रपुरी बराज पहुंच कर निरीक्षण किया. इस दौरान सोन कैनाल के कार्यपालक अभियंता भी साथ थे. मंत्री ने कार्यपालक अभियंता को सीवीसी सीवीसी चौसा व बक्सर नहर में पानी का डिस्चार्ज क्षमता बढ़ाने का निर्देश दिया. साथ ही चौसा व बक्सर नहर में तुरंत पानी भी छोड़वाया.

बक्सर नहर में छोड़ा गया 1581 क्यूसेक पानी:

इंद्रपुरी बराज के निरीक्षण के बाद मंत्री की देखरेख में तुरंत बक्सर नहर में 1581 क्यूसेक व सीवीसी चौसा में 1158 क्यूसेक पानी छोड़ा गया.  बता दें कि, बक्सर नहर में पानी डिस्चार्ज की क्षमता 1700 व सीवीसी चौसा में पानी डिस्चार्ज की क्षमता 1250 है. मंत्री ने कहा कि नहरों में पानी हरहाल में अंतिम छोर तक पहुंचना चाहिए. इसके लिए लगातार मानिटरिंग होनी चाहिए. मौके पर शुकदेव राय, राज कुमार शर्मा समेत पार्टी के दर्जनों पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे.

किसानों में मायूसी: 

जिले के अधिकांश क्षेत्रों में पानी के अभाव में धान की रोपनी न होने से किसानों में मायूसी है. रात-दिन किसान बादलों की तरफ टकटकी लगाए हैं कि अब बारिश हो जाय. लेकिन, मौसम की बेरूखी ने किसानों की चिंता और बढ़ा दी है. किसानों की मानें, तो नहर ने भी ऐन मौके पर दगा दे दिया. बोरिंग चलाकर थोड़ी बहुत जो रोपनी हुई है, वह भी सूख रही है.







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