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पुलिस की निष्क्रियता बनी पांडेय पट्टी इलाके में हुई हत्या का कारण

इलाके में असामाजिक तत्वों की सक्रियता को लेकर पुलिस को सूचना दी गई थी. लेकिन, इस विषय में कोई पहल नहीं की गई. अगर पुलिस पहले ही इस पर कोई कार्यवाही करती तो शायद कन्हैया की जान बचाई जा सकती थी.
शव का पोस्टमार्टम कराने पहुंचे लोग

- पांडेय पट्टी के बाहरी इलाके में बढ़ी है आपराधिक वारदातें
- सूचना के बावजूद भी निष्क्रिय थी पुलिस, लग रहा था असामाजिक तत्वों का जमावड़ा.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के पांडेय पट्टी गांव में शनिवार की शाम हुई कन्हैया यादव नामक युवक की हत्या मामले में पुलिस अब तक खाली हाथ है. मामले में तीन लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. नामजद अभियुक्तों में धीरज कमकर मो. अरमान तथा संजीत कुशवाहा शामिल हैं. जो कि अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. स्थानीय सूत्रों की मानें तो कहीं ना कहीं पुलिस की लापरवाही भी इस मामले का कारण बनी है. इलाके में असामाजिक तत्वों की सक्रियता को लेकर पुलिस को सूचना दी गई थी. लेकिन, इस विषय में कोई पहल नहीं की गई. अगर पुलिस पहले ही इस पर कोई कार्यवाही करती तो शायद कन्हैया की जान बचाई जा सकती थी. 

बताया जा रहा है कि घटना के दो दिन पूर्व हमलावर ने कन्हैया के साथ बैठकी के दौरान मारपीट की थी  वहीं से उपजे विवाद के बाद शनिवार को कन्हैया को गोली मार दी गयी. गोली चलनेे की घटना के बाद वहां मौजूद अन्य लोग भी भाग खड़े हुए. जिसके कारण घायल कन्हैया का अत्यधिक रक्तस्राव हो गया जिससे उसकी मृत्यु हो गई.

हत्या की वारदात के दूसरे दिन भी इलाके में लोगों के बीच दहशत का माहौल बना रहा. हालांकि, इस इलाके में रविवार को भी पुलिस की सक्रियता नहीं देखी गई. वैसे 1 दिन पूर्व हुई हत्या के बाद इलाके में जहां सन्नाटा पसरा रहा वहीं लोगों के बीच भय का माहौल कायम था. बताया जा रहा है कि पांडेय पार्टी असकामिनी माता मंदिर से लेकर इटाढ़ी रोड में स्थित डीएवी स्कूल जाने वाले मार्ग तथा नया बाजार रेलवे क्रॉसिंग पर निकलने वाले मार्ग पर शाम होते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है. इन इलाकों में वे शराब तथा गांजे का खुलेआम सेवन करते देखे जा सकते हैं. यही नहीं इस इलाके में आपराधिक घटनाओं में भी लगातार इजाफा हुआ है. कुछ महीने पूर्व ही डीएवी स्कूल के समीप शाम तकरीबन साढ़े बजे अपराधियों ने सर्फ व्यवसायी से डेढ़ लाख रुपए की लूट कर ली थी. तो वहीं इसी इलाके के छोटका नुआंव पंचायत में अपराधियों ने घर में घुसकर ना सिर्फ डकैती की घटना को अंजाम दिया था. बल्कि, शिक्षक दंपति को बुरी तरह मारकर घायल भी कर दिया था. 

स्थानीय लोगों की मानें तो इलाके में आए दिन चोरी तथा क्षेत्र की घटना सामने आती रहती हैं. अधिकतर मामलों में पुलिस तक जानकारी नहीं पहुंच पाती. लेकिन कई मामलों में प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बावजूद पुलिस इन इलाके में गश्त तक नहीं बढ़ा रही है. जिसके कारण लोगों के बीच भय का माहौल कायम है.








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