गंगा के रौद्र रूप ने बढ़ाई बाढ़ की आशंका, विवाह मंडप में घुटने भर पानी, कटाव से गंगा में समाहित हुआ मकान ..
बाढ़ की आशंका के मद्देनजर प्रशासन हाई अलर्ट पर है. डीएम राघवेंद्र सिंह तथा एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने जहां स्वयं तटबंधों का निरीक्षण किया वहीं, एसडीएम, बीडीओ तथा सीओ लगातार गंगा के सीमावर्ती इलाकों में भ्रमण कर रहे हैं.
- चेतावनी बिंदु को पार कर गया है गंगा का जलस्तर.
- दहशत में है गंगा के सीमावर्ती इलाके के लोग.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: गंगा के लगातार बढ़ रहे गिरफ्तार ने बाढ़ की आशंका को बढ़ा दिया है. नदी ने चेतावनी बिंदु को पार कर लिया है जिसके बाद अब खतरे की आशंका और भी बढ़ गई है. सुबह 9 बजे तक जहां जल स्तर 59.36 पर पहुंच गया वहीं रामरेखा घाट पर अवस्थित विवाह मंडप में भी पानी चढ़ गया है. ऐसे में यह नजारा वर्ष 2016 की याद दिला रहा है दूसरी तरफ बाढ़ की आशंका के मद्देनजर प्रशासन हाई अलर्ट पर है. डीएम राघवेंद्र सिंह तथा एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने जहां स्वयं तटबंधों का निरीक्षण किया वहीं, एसडीएम, बीडीओ तथा सीओ लगातार गंगा के सीमावर्ती इलाकों में भ्रमण कर रहे हैं. प्रशासन ने जहाँ सभी पदाधिकारियों को मुख्यालय नहीं छोड़ने का निर्देश दिया है वहीं, गंगा में स्नान पर रोक लगा दी गई है. बावजूद इसके श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाते हुए देखे गए.
बताया जा रहा है कि, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, ग़ाज़ीपुर सभी जगह जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. उत्तराखण्ड में भी लगातार फट रहे बादलों का असर जलस्तर पर पड़ेगा. ऐसे में फ़िलहाल कोई राहत मिलती नहीं दिख रही. 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है जिसके और भी तेज होने की आशंका है. ऐसे में सीमावर्ती इलाके के लोगों में दहशत का माहौल कायम हो गया है. इसी बीच रामरेखा घाट के समीप जलस्तर बढ़ने से ताड़का नाला के समीप बना एक घर भरभरा कर गंगा में जा गिरा. बताया जा रहा है कि स्थानीय निवासी नागा बाबा नामक व्यक्ति ने कच्चा मकान वहाँ बनाया था. गनीमत यह थी कि, उस वक्त घर में कोई नहीं था. वरना किसी बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता था.
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