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विजयादशमी महोत्सव 2019: रावण ने कुबेर से छीना पुष्पक विमान ..

दिखाया गया कि, शादी के पश्चात रावण, कुबेर पर आक्रमण कर उनसे पुष्पक विमान छिन लेता है और जब उसे पता चलता है कि त्रिकुट पर्वत पर ब्रह्मा जी द्वारा बनाई गई सोने की लंका है तो रावण वहां भी जाता है. जहां वह यक्षों से लंका छुड़ाकर अपना आधिपत्य जमा लेता है. 


- किला मैदान में चल रहा है 20 दिवसीय रामलीला महोत्सव.
- तीसरे दिन की लीला का हुआ मंचन, भाव विभोर हुए श्रद्धालु.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: विश्व प्रसिद्ध किला मैदान के रामलीला मंच पर तीसरे दिन भी रामलीला का अद्भुत मंचन किया गया जिसे देखकर लोग भाव विभोर हो गए. श्रीरामलीला समिति द्वारा आयोजित 20 दिवसीय विजयादशमी महोत्सव में रावण-मेघनाथ-दिग्विजय व पृथ्वी पुकार प्रसंग का मंचन किया गया. जिसमें दिखाया गया कि, शादी के पश्चात रावण, कुबेर पर आक्रमण कर उनसे पुष्पक विमान छिन लेता है और जब उसे पता चलता है कि त्रिकुट पर्वत पर ब्रह्मा जी द्वारा बनाई गई सोने की लंका है तो रावण वहां भी जाता है. जहां वह यक्षों से लंका छुड़ाकर अपना आधिपत्य जमा लेता है. वहीं, अपने योद्धाओं से होम, जप-तप, श्राद्ध आदि में विघ्न बाधा डालने का आदेश देता है.

आगे दिखाया जाता है कि, इस अत्याचार को पृथ्वी नहीं सहन कर सकी और देवताओं के पास गई. देवताओं द्वारा प्रभु से विनती की जाती है. जहां वे उन्हें दर्शन देकर शीघ्र ही राजा दशरथ के गृह में अवतरित होकर दुष्टों का नाश एवं भक्तों को सुख प्रदान करने की बात कहते हैं. वहीं, दिन की कृष्णलीला में ऊखल बंधन लीला प्रसंग का मंचन किया गया. जिसमें दिखाया जाता है कि कुबेर के पुत्र नल कुब व मणीग्रीव गोमती नदी में स्नान कर रहे हैं. तभी वहां देवर्षि नारद जी उपस्थित होते हैं. सभी उपस्थित बालक देवर्षि को प्रणाम करते हैं. परंतु, कुबेर के दोनों पुत्र उनका उपहास करते हैं. यह देख नारद जी दोनों भाइयों को जड़वत देने का शाप दे देते हैं. यह देखकर नल-कुबेर व मणीग्रीव देवर्षि से अपनी गलती की है तो मइया कृष्ण को ऊखल में बांध देती है. तब कृष्ण ऊखल को घसीटते हुए द्वय वृक्षों के समीप पहुंच उसे स्पर्श करते हैं और यक्ष बालकों का उद्धार करते हैं. इस प्रस्तुति को देखकर दर्शक रोमांचित हो उठते हैं.














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