बड़ी खबर: दुर्दांत अपराधियों की पहली सूची जारी, कई थानेदारों के मोबाइल भी सर्विलांस पर ..
थानेदारों पर यह आरोप लगते रहे हैं कि वह शराब माफियाओं के साथ-साथ अन्य अपराधियों को भी लाभ पहुंचाने का प्रयास करते रहते हैं ऐसे में एसपी ने नई डीआईयू टीम को यह जिम्मेदारी सौंपी है कि, वह थानेदारों के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर डालने के साथ-साथ सभी थानों का औचक निरीक्षण कर भी अपराधियों से थानेदारों के सांठगांठ का पता लगाएं.
- जेल के अंदर अथवा बेल पर बाहर सभी अपराधियों की बनी है सूची फरार भी हैं शामिल.
- अपराधियों से सांठगांठ रखने वाले थानेदारों की अब खैर नहीं.
- केंद्रीय कारा से लेकर सभी थानेदारों को भेजी गई अपराधियों के लिस्ट, मांगी गई जानकारियां.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: डीजीपी के गृह जिले में अपराधियों की बढ़ती चहलकदमी ने पुलिस महकमे की नींद उड़ा दी है. जिसके बाद पुलिस अब नए तेवर और तकनीक के साथ अपराध मुक्ति के प्रयास में कार्य कर रही है. इसी क्रम में जिले के विभिन्न थानों के अंतर्गत विभिन्न कांडों में वांछित अपराधियों तथा उनके आपराधिक इतिहास एवं वर्तमान में किए जा रहे कार्यों की सूची बनाई जा रही है. अपराधियों की पहली सूची में जिले भर के 185 दुर्दांत अपराधी शामिल हैं. यह सूची जिले के सभी पुलिस थानों तथा जेल एवं डीआईयू टीम को सौंप कर अपराधियों के वर्तमान तथा पुराने आपराधिक इतिहास की जानकारी मांगी गई है.
जेल के अंदर अथवा बेल पर बाहर, सभी हैं लिस्टेड:
विश्वस्त पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पहली सूची में उन 185 अपराधियों के नाम शामिल हैं जो विभिन्न मामलों में या तो जेल में बंद हैं अथवा बेल पर बाहर हैं या फिर फरार चल रहे हैं. ऐसे लोगों की गतिविधियों पर नजर रखते हुए एक रिपोर्ट आरक्षी अधीक्षक द्वारा तलब की गई है.
जिले के कई थानेदार भी हैं पुलिस की रडार पर:
सूत्रों की माने तो मुख्यालय से मिले निर्देशों के आलोक में जिले के पुलिस कप्तान ने ऐसे संदिग्ध थानेदारों के मोबाइल नंबर भी सर्विलांस पर डालने को कहा है, जो अपराधियों के संपर्क में रहते हैं. बताया जा रहा है कि, कई थानों के थानेदारों पर यह आरोप लगते रहे हैं कि वह शराब माफियाओं के साथ-साथ अन्य अपराधियों को भी लाभ पहुंचाने का प्रयास करते रहते हैं ऐसे में एसपी ने नई डीआईयू टीम को यह जिम्मेदारी सौंपी है कि, वह थानेदारों के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर डालने के साथ-साथ सभी थानों का औचक निरीक्षण कर भी अपराधियों से थानेदारों के सांठगांठ का पता लगाएं.
लैपटॉप लेकर थानों के चक्कर लगा रही डीआईयू की टीम:
एसपी से मिले निर्देशों के बाद डीआईयू की टीम वरीय सदस्य के साथ-साथ एक तकनीकी विशेषज्ञ लैपटॉप लेकर थानों के चक्कर लगा रहे हैं. बताया जा रहा है कि, वह अपराधियों के कुंडली खंगालने के नाम पर तो पहुंच ही रहे हैं लेकिन, वे थानेदारों के द्वारा किए जा रहे हैं. कार्यों पर भी निगरानी रखे हुए हैं.
बहरहाल, पुलिस के इस पहल से अपराध पर कितना अंकुश लगेगा यह तो भविष्य की बात है. लेकिन, एक बात तो तय है कि पिछले दिनों दागी थानेदारों पर हुई कार्रवाई की तरह ही अपराधियों से सांठगांठ करने वालों थानेदारों पर भी कार्रवाई की खबरें जरूर सामने आने वाली हैं.
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