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छात्र संगठनों के बंद के खिलाफ विद्यार्थी परिषद ने फूँका बिगुल ..

कहा कि, कुछ अराजक छात्र संगठनों के द्वारा बार-बार अराजकता फैलाकर छात्रों के नामांकन परीक्षा प्रपत्र बढ़ने से रोकने की साजिश की जाती है. वैसे संगठनों को छात्र हित से कोई मतलब नहीं होता. उनका उद्देश्य केवल अराजकता और गुंडागर्दी कर केवल सस्ती लोकप्रियता हासिल करना होता है.

- पूछा सवाल, विद्यार्थियों का अहित क्यों चाहते हैं छात्र नेता.
- सीट वृद्धि की मांग के बहाने आठवीं सूची में शामिल विद्यार्थियों के नामांकन में हो रही थी परेशानी.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय में हुई तालाबंदी को छात्र हितों से खिलवाड़ बताया. इस बाबत विश्वविद्यालय में एक सभा आयोजित कर विद्यार्थी परिषद के नेताओं ने कहा कि छात्र संगठनों के द्वारा महाविद्यालय में की गई बंदी के विरोध में विद्यार्थी परिषद ने प्रदर्शन किया. जिसके बाद महाविद्यालय को खुलवाया जा सका. तब जाकर विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा जारी आठवीं सूची तथा महाविद्यालय कोटा के छात्रों का नामांकन हो पाया.

विद्यार्थी परिषद के प्रदर्शन को संबोधित करते हुए परिषद के राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य विवेक सिंह ने कहा कि, मंगलवार को विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा आठवीं सूची का प्रकाशन किया गया था. जिसमें चयनित छात्रों के द्वारा नामांकन लेने का अंतिम दिन था. लेकिन कुछ अराजकता फैलाने वाले छात्र संगठनों के द्वारा जानबूझकर अराजकता फैलाकर नामांकन रोकने का असफल प्रयास किया गया. हालांकि, विद्यार्थी परिषद के दबाव में आकर महाविद्यालय प्रशासन को मजबूर होकर पुनः नामांकन लेना पड़ा.

त्रिभुवन पांडेय ने कहा कि, कुछ अराजक छात्र संगठनों के द्वारा बार-बार अराजकता फैलाकर छात्रों के नामांकन परीक्षा प्रपत्र बढ़ने से रोकने की साजिश की जाती है. वैसे संगठनों को छात्र हित से कोई मतलब नहीं होता. उनका उद्देश्य केवल अराजकता और गुंडागर्दी कर केवल सस्ती लोकप्रियता हासिल करना होता है.

मौके पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य गजेंद्र कुमार, नगर सह मंत्री अविनाश पांडेय, विवेक तिवारी, छोटू राय, गोविंद उपाध्याय, नित्यानंद पाठक, रवि रंजन पाठक, दिवाकर कुमार, आर्यन, सतीश दुबे, राहुल कुमार, विकास तिवारी समेत सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित रही.














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