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बड़ी खबर: सरकार के अभियान के विरोध में खड़ी हुई नगर परिषद ..

कई संगठनों ने इससे धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ बताया लेकिन, एक बड़े बुद्धिजीवी वर्ग ने गंगा को प्रदूषण से बचाने के लिए इस मुहिम की सराहना की. हालांकि, इसी बीच कुछ अति उत्साही युवाओं ने प्रतिमा का विसर्जन गंदा में किया भी जिनके विरुद्ध नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.


- गंगा स्वच्छता मिशन पर ग्रहण लगा रही नगर परिषद.
- नहर के किनारे बनाया डंपिंग जोन, गंगा में जा रहा कचरा.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: गंगा को प्रदूषण मुक्त करने को लेकर नमामि गंगे योजना के अंतर्गत सरकार भले ही पैसा पानी की तरह बहा रही हो लेकिन, नगर परिषद उन सभी अभियानों पर पानी फेरता नजर आ रहा है. खास बात तो यह है कि, गंगा को प्रदूषण से बचाने के लिए बने कानून में भी दोहरी नीति अपनाई जाती है. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशानुसार दुर्गा पूजा के पश्चात गंगा नदी में प्रतिमा विसर्जन पर रोक लगाई गई थी. प्रशासन अपने इस आदेश का अनुपालन कराने में कामयाब रही तथा छिटपुट विरोध के स्वरों के बीच लोगों ने प्रतिमा का विसर्जन पोखरों, तालाबों आदि में कर दिया. कई संगठनों ने इससे धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ बताया लेकिन, एक बड़े बुद्धिजीवी वर्ग ने गंगा को प्रदूषण से बचाने के लिए इस मुहिम की सराहना की. हालांकि, इसी बीच कुछ अति उत्साही युवाओं ने प्रतिमा का विसर्जन गंदा में किया भी जिनके विरुद्ध नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.

साफ तौर पर कहा जाए तो गंगा को साफ रखने कि किसी भी मुहिम में आम से लेकर खास तक किसी का सहयोग नहीं मिल रहा. हालांकि, आम लोग यदि अपनी आदतों में सुधार नहीं लाते हैं तो प्रशासन द्वारा उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जाती है. लेकिन जब प्रशासन स्वयं यदि नियमों की धज्जियां उड़ाए तो इसे गुनाह की श्रेणी में नहीं रखा जाता. जिस गंगा नदी में प्रतिमा विसर्जन पर रोक लगाई गई थी उसी गंगा नदी में नगर परिषद द्वारा खुलेआम कचरा विसर्जित किया जा रहा है. नाथ बाबा मंदिर के समीप जहां ठीक गंगा नदी के बगल में ही डंपिंग जोन बनाया गया है. वहीं, दूसरी तरफ बाइपास रोड में नहर के किनारे कचरे से भरे पड़े हैं. जहां से कचरा बहते हुए गंगा में जाकर गिर रहा है. मजे की बात तोयह है कि, इसमें नगर परिषद अपनी कोई गलती नहीं मानता. परिषद का कहना है कि, डंपिंग जोन के लिए जमीन आवंटित नहीं होने की वजह से इस तरह की स्थिति सामने आई है. मामले में नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता सुजीत कुमार के मुताबिक बिहार सरकार के प्रदूषण नियंत्रण विभाग को डंपिंग जोन के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. जैसे ही वहां से कोई निर्देश आता है आगे की कार्रवाई की जाएगी.















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