पूंजीवाद ने शिक्षा एवं चरित्र दोनों को किया दागदार - नौजवान सभा
इससे हम समृद्धि तो प्राप्त कर लेंगे पर विकास से कोसों दूर चले जाएंगे. भारत के वर्तमान राजनीतिक लक्षणों को देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि, आज अबुल कलाम आजाद की आत्मा को तकलीफ हो रही होगी.
- मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती पर आयोजित हुई विचार गोष्ठी.
- कलाम की शिक्षा नीति की प्रासंगिकता पर हुई चर्चा.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती के अवसर पर कांग्रेस नेता डॉ. सत्येंद्र कुमार ओझा की अध्यक्षता में बंगाली टोला स्थित एक निजी विद्यालय के प्रांगण में भारत में कलाम की शिक्षा नीति की प्रासंगिकता विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. मौके पर मंच संचालन द्विवेदी दिनेश ने किया. वहीं, उपस्थित कार्यकर्ताओं एवं अतिथि गणों के बीच डॉ. सत्येंद्र कुमार ओझा ने कहा कि, भारत के सामाजिक राजनीतिक एवं जनसाधारण के प्रति जो लगाव एवं सहानुभूति अब्दुल कलाम आजाद को थी वह त्याग एवं समर्पण की भावना उनकी शिक्षा नीति में आज भी देखने को मिलती है. आज भी कलाम की शिक्षा नीति बेहद प्रभावी है.
मौके पर नौजवान सभा के जिला अध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि भारत देश गांधी एवं कलाम जैसे असंख्य महापुरुषों का देश है, परंतु आज पूंजीवाद ने शिक्षा एवं चरित्र दोनों को दागदार करने का काम भारत जैसे महान देश में किया है. इससे हम समृद्धि तो प्राप्त कर लेंगे पर विकास से कोसों दूर चले जाएंगे. भारत के वर्तमान राजनीतिक लक्षणों को देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि, आज अबुल कलाम आजाद की आत्मा को तकलीफ हो रही होगी. उन्होंने कहा कि, आज हम पूंजीवादी शिक्षा पद्धति को अपना चुके हैं.
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन एसएफआई के अंकित कुमार सिंह ने किया। मौके पर वीरेंद्र कुमार चौधरी, गुड्डू शर्मा, सोनू खरवार, अजय ओझा, आशीष तिवारी, लक्ष्मीकांत, अमरेश कुमार, अमरनाथ पाठक, शिव प्रकाश यादव, लालू, संजय, दिनेश, रमेश समेत कई लोग उपस्थित रहे.
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