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विशेषज्ञ के निर्देशन में एक हेक्टेयर में एक सौ तेईस क्विंटल धान का रिकॉर्ड उत्पादन ..

विशेषज्ञ की उपस्थिति में रविवार को को श्री पाण्डेय के प्लॉट पर फसल कटनी प्रयोग कराया गया. फसल कटनी प्रयोग में एक हेक्टेयर में एक सौ तेईस क्विंटल रिकॉर्ड उत्पादन का आकलन किया गया. 

- कृषि वैज्ञानिक रामकेवल की देखरेख में आयोजित हुआ फसल कटनी प्रयोग.
- जगी आस, सिंजेंटा ग्रोमोर प्रोग्राम होगा विशेष फायदेमंद

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: वर्ष 2022 तक भारत सरकार किसानो की आमदनी को दोगुना करने हेतु अनेक कार्यक्रम आयोजित कर रही है. इसी कड़ी में सिंजेंटा ग्रोमोर प्रोग्राम द्वारा  जिले के राजपुर प्रखंड स्थित सिकठी पंचायत के इन्दापुर ग्राम में प्रगतिशील कृषक सुजीत कुमार पाण्डेय के खेत में धान की खेती को फायदेमंद साबित करने हेतु लगभग पचास एकड़ खेत में प्रत्यक्षण किया गया. समय-समय पर सिंजेंटा ग्रोमोर प्रोग्राम के टी एस एम अभिनव द्विवेदी, प्रतिनिधि ललन सिंह तथा धनसोई  सब्जी मार्केट के पारा एक्सटेंशन वर्कर-सह आत्मा प्रबंध समिति के सदस्य जीतेन्द्र कुमार सिंह खेती के नवीनतम जानकारी  देते रहे. किसानों की आमदनी दोगुना करने में इस प्रत्यक्षण का परिणाम उत्पादन के रूप में ज्ञात करने हेतु कृषि विज्ञान केंद्र, बक्सर के पौधा संरक्षण विशेषज्ञ रामकेवल को आमंत्रित किया गया. 

विशेषज्ञ की उपस्थिति में रविवार को को श्री पाण्डेय के प्लॉट पर फसल कटनी प्रयोग कराया गया. फसल कटनी प्रयोग में एक हेक्टेयर में एक सौ तेईस क्विंटल रिकॉर्ड उत्पादन का आकलन किया गया. विशेषज्ञ ने बताया कि, उक्त उत्पादन नमी के प्रतिशत को हटाकर किया गया है. धान की गुणवता भी वैज्ञानिक दृष्टिकोण से उच्च क्वालिटी की है. मौके पर विशेषज्ञ रामकेवल ने बताया कि यह रिकॉर्ड उत्पादन सन्देश दे रहा है कि, अगर कृषक जुनून के साथ समय प्रबंधन व संतुलित उर्वरक व उच्च कोटि के दवाओं का प्रयोग अच्छे मार्गदर्शक के सानिध्य में करें तो सफलता मिलेगी. प्रगतिशील कृषक सुजीत कुमार पाण्डेय ने बताया कि यह परिणाम संतुलित उर्वरक का व्यवहार कर जलवायु परिवर्तन के बिच धान के फसल में लगने वाले रोग के पूर्वानुमान के आधार पर तृण नाशक रिफिट प्लस,कीट नाशक कराटे, चेस इत्यादि, फफूंद नाशक अमिस्टार टॉप, तथा पौषक तत्वों का व्यवहार कर प्राप्त किया गया है, जिसमे सिंजेंटा ग्रोमोर प्रोग्राम का अहम् योगदान है. इनके तरीके से खेती करने में कुल मजदूरी सहित नौ हजार दो सौ रूपये प्रति बीघा व्यय हुआ है. मौके पर पैक्स अध्यक्ष पूना सिंह, आसा पर्यावरण सुरक्षा के राज्य संयोजक विपिन कुमार, फतेबहादुर सिंह, संजय चौबे, विनोद पांडेय, मुन्ना ठाकुर, दीवान जी, उपेंद्र कुमार सिंह, प्रदीप कुमार किसान सलाहकार, राम जी मेहता, प्रमोद ओझा, श्री भगवान, राहुल पांडेय, गोरा यादव, सतीश कुमार शर्मा, प्रेम कुमार ओझा, बिनोद कुमार सिंह, शिव जी पांडेय, जितेंद्र कुमार पांडेय, सोनू पांडेय,सतेंद्र सिंह, अजित कुमार पांडेय, ओमप्रकाश पांडेय,मुन्ना तिवारी , संजय साह, बबलू ओझा, मोहन चौधरी, रामदेव राम ,छोटक राम , कृष्णा चौधरी उपस्थित थे.



















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