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तीस हजारी कोर्ट मामले में अधिवक्ताओं का शांति मार्च ..

अधिवक्ता संघ के सभी अधिवक्ताओं ने दोषी पुलिस वालों के ऊपर जल्द से जल्द कार्यवाही करने एवं गिरफ्तारी करने की मांग की साथ ही सभी अधिवक्ताओं ने एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की भी मांग की. 

- न्यायालय परिसर से अंबेडकर चौक तक निकाला गया मार्च
- अधिवक्ताओं ने कहा जरूरत पड़ी तो जाएंगे दिल्ली.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिला अधिवक्ता संघ के द्वारा एक बुधवार को शांति मार्च निकाला गया, जिसमें तीस हजारी कोर्ट में हुए अधिवक्ताओं के ऊपर पुलिस द्वारा किए गए अत्याचार के विरुद्ध बक्सर के अधिवक्ताओं ने महासचिव गणेश ठाकुर के नेतृत्व में एक स्वर में तीस हजारी में हुए अधिवक्ताओं के ऊपर अत्याचार की निंदा की.

इस मौके पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए महासचिव गणेश ठाकुर ने कहा कि, अगर जरूरत पड़ी तो तो वह अधिवक्ता साथियों के समर्थन में दिल्ली जंतर मंतर पर जाकर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे. अधिवक्ता राहुल आनंद ने कहा कि, हर व्यक्ति को लोकतांत्रिक प्रक्रिया के अंतर्गत ही कार्य करना है. पुलिस वाले लोकतांत्रिक प्रक्रिया के अंतर्गत कार्य करते हैं तो, अधिवक्ता भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया के अंतर्गत ही कार्य करते हैं. यदि किसी अधिवक्ता को गोली लगी है, तो उसके परिजन भी परेशान होंगे जैसे किसी पुलिस वाले के. ऐसे में पुलिस का यह कहना कि, वह न्यायिक कर्मियों तथा पदाधिकारियों से अपनी सुरक्षा वापस ले लेंगे सरासर गलत है तथा लोकतांत्रिक प्रक्रिया का अपमान है.

बक्सर अधिवक्ता संघ के सभी अधिवक्ताओं ने दोषी पुलिस वालों के ऊपर जल्द से जल्द कार्यवाही करने एवं गिरफ्तारी करने की मांग की साथ ही सभी अधिवक्ताओं ने एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की भी मांग की. मौके पर महासचिव गणेश ठाकुर के साथ-साथ अधिवक्ता विशाल कुमार, राजीव कुमार राय, उमेश सिंह, नितिन अखौरी, राघव कुमार पांडेय, मनोज कुमार सिंह, राहुल प्रताप, तेज प्रताप सिंह, महेंद्र कुमार चौबे उर्फ मथुरा चौबे विनोद कुमार मिश्रा, ज्ञानेंद्र कुमार द्विवेदी, दयाशंकर पांडेय, विजय प्रताप ओझा, विकास सिंह राजपूत, रवि रंजन श्रीवास्तव, राघवेंद्र मिश्रा, राजा बाबू उपाध्याय, रेनू रण विजय ओझा, आदित्य वर्मा समेत कई अधिवक्ता मौजूद थे.



















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