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लोकतंत्र के नाम पर जनता का मर्दन कर रहे शासक- प्रभु दास

कथा को सुनने के लिए न सिर्फ बक्सर नगर से बल्कि दूर-दराज से श्रद्धालुओं का आगमन हुआ था. कथा के दौरान जहां भक्ति गीतों का भी  श्रवण श्रोताओं ने किया. वहीं, कथा के समापन के पश्चात श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण कराया गया.

- राम कथा के विश्राम दिवस के दिन कथावाचक ने समझाया रामराज्य का मतलब.
- कहा लोकतंत्र को देख भगवान भी चिंतित.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: अनंत प्रसाद सर्राफ मेमोरियल ट्रस्ट के द्वारा नगर के पीपर पांती रोड में आयोजित श्रीराम कथा में विश्राम दिवस के दौरान कथा मर्मज्ञ संजय प्रभु दास ने रामराज्य की परिकल्पना करते हुए कहा कि, राम का लोकतंत्र ऋषि व कृषि प्रधान था. राजा राम सदा ऋषियों व विप्रों को तथा धनु व देवता की रक्षार्थ अपनी सामर्थ्य को श्रेष्ठता के साथ उजागर करते रहे. कथावाचक ने बताया कि, आज का लोकतंत्र निशी व दिसी प्रधान है. जनता का मर्दन तभी जनता-जनार्दन. एक ने गरीब कहा तो दूसरे ने योजना बनाकर अपनी जेब भर ली. जनमानस को दिन-रात सपना दिखाकर, राम की दुहाई देकर, बात बात पर झगड़ा व लड़ाई हो रही है. चोरी, बलात्कार यही है आज का लोकतंत्र. ऐसे में दीनानाथ भी पशोपेश में हैं कि, क्या करें, क्या ना करें?

कथा को सुनने के लिए न सिर्फ बक्सर नगर से बल्कि दूर-दराज से श्रद्धालुओं का आगमन हुआ था. कथा के दौरान जहां भक्ति गीतों का भी  श्रवण श्रोताओं ने किया. वहीं, कथा के समापन के पश्चात श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण कराया गया. जिसमें एसडीएम कृष्ण कुमार उपाध्याय, रेडक्रॉस के उपाध्यक्ष डॉ शशांक शेखर, सचिव डॉ. श्रवण कुमार तिवारी, डिस्ट्रिक्ट आर्टिस्ट एसोसिएशन के सुरेश संगम समेत कई प्रबुद्ध जनों ने उपस्थित होकर प्रसाद ग्रहण किया. श्री राम कथा के दौरान विनय कुमार, सुनील कुमार, उषा देवी, मंजूषा देवी, राशि देवी, सत्यानंद केशरी समेत कई लोग मौजूद रहे.













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