वीडियो: आखिर क्यों? सीएम के अभियानों की सराहना कर रही महिलाओं ने कहा, "उम्मीदें अभी और भी हैं.."
मानदेय के रूप में केवल 1500 प्रतिमाह मिलते हैं. जबकि हर अभियान में उनकी बढ़-चढ़कर सहभागिता होती है. ऐसे में उनके मानदेय को तो बढ़ाना ही चाहिए साथ ही साथ मानदेय को उनके खाते में सीधे पहुंचाने की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि, उन्हें बाबुओं की चिरौरी ना करनी पड़े.
- योजनाओं से खुश महिलाओं ने कहा, कार्यान्वयन की समीक्षा भी करें मुख्यमंत्री.
- जीविका दीदियों ने रखी अपनी बात, कहा- सहयोग के बदले मिले उचित न्याय.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: मुख्यमंत्री की हरियाली यात्रा में महिलाओं का उत्साह देखते बन रहा था. आसपास के बीस-बीस किलोमीटर से महिलाएं मुख्यमंत्री की सभा में शामिल होने के लिए पहुंची थी. सभा में शामिल होने के लिए आ रही महिलाओं से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री ने शराबबंदी कर उनके जीवन में खुशहाली ला दी हैं. हालांकि, उनसे अभी और भी कुछ उम्मीदें हैं, जो कि निश्चय ही वह आने वाले समय में पूरा करेंगे.
खरहना से पहुंची सीता देवी तथा मटकीपुर से पहुंची रामावती देवी ने बताया कि, मुख्यमंत्री की शराबबंदी, स्वच्छता अभियान के साथ-साथ जल जीवन हरियाली के द्वारा पर्यावरण संरक्षण की मुहिम भी अच्छी है लेकिन, उन्हें योजनाओं के सही कार्यान्वयन की भी धरातल पर पहुँच समीक्षा भी करानी चाहिए.
जीविका कार्यकर्ताओं ने की दशा सुधारने की गुजारिश:
इसके साथ ही विभिन्न पंचायतों से पहुंची जीविका समूह की महिला कार्यकर्ताओं ने कहा कि, मुख्यमंत्री को उनकी दशा सुधारने के संदर्भ में भी कोई पहल करनी चाहिए क्योंकि, उन्हें मासिक मानदेय के रूप में केवल 1500 प्रतिमाह मिलते हैं. जबकि हर अभियान में उनकी बढ़-चढ़कर सहभागिता होती है. ऐसे में उनके मानदेय को तो बढ़ाना ही चाहिए साथ ही साथ मानदेय को उनके खाते में सीधे पहुंचाने की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि, उन्हें बाबुओं की चिरौरी ना करनी पड़े.
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