Header Ads

शीतलहर के बहाने सटे खेमों में बंटे कांग्रेसी, शुरु हुई चुनावी तैयारी ..

विधायक ने कहा कि, कंबल वितरण कार्यक्रम पूरे जिले भर में चलाया जाएगा. अपने शोक संदेश में उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि, जिले ने अपने अनुभवी पथ प्रदर्शक को खो दिया है. वह सदैव हम लोगों के साथ पार्टी की मजबूती हेतु संघर्ष करते रहे.  

- शीतलहर एवं ठंड के मद्देनजर विधायक की पहल पर हुआ कंबल वितरण.
- पूर्व महासचिव रामजन्म सिंह यादव के निधन पर रखा गया 2 मिनट का मौन.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: शीतलहर जहां आम जनमानस के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है. वहीं, दूसरी ओर यह शीतलहर अब राजनीतिक धुरंधरों के लिए ठंडे पड़े संबंधों में गर्माहट लाने का एक बेहतरीन अवसर भी प्रदान कर रही है.

ऐसे ही एक प्रयास के मद्देनजर सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने बक्सर परिसदन में शीतलहर एवं ठंड को देखते हुए कंबल वितरण कार्यक्रम का आयोजन कराया जिसमें तकरीबन 500 लोगों के बीच कंबल वितरण किया गया.मौके पर शाहाबाद जिला कमेटी के पूर्व महासचिव रामजन्म सिंह यादव के निधन पर 2 मिनट का मौन रख उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना भी की गयी. विधायक ने कहा कि, कंबल वितरण कार्यक्रम पूरे जिले भर में चलाया जाएगा. अपने शोक संदेश में उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि, जिले ने अपने अनुभवी पथ प्रदर्शक को खो दिया है. वह सदैव हम लोगों के साथ पार्टी की मजबूती हेतु संघर्ष करते रहे.

इस दौरान गौर करने वाली बात यह रही कि, काफी अर्से के बाद अंदर-अंदर ही कई खेमों में बंट चुकी कांग्रेस के कई ऐसे नए-पुराने नेता एक साथ नज़र आए जो काफी अर्से से एक-दूसरे से कटे-कटे रहे. कार्यक्रम में पूर्व विधायक श्रीकांत पाठक, पूर्व प्रदेश सचिव कामेश्वर पांडेय, अनिल त्रिवेदी, पूर्व संगठन सचिव टीएन चौबे, जिला उपाध्यक्ष बजरंगी मिश्रा के साथ-साथ राजर्षि राय, राकेश तिवारी, संजय पांडेय, राम प्रसन्न द्विवेदी, दिलीप वर्मा, विमलेश पाठक, बच्चा उपाध्याय, राजू पांडेय, आशुतोष दुबे, रामस्वरूप अग्रवाल, गुप्तेश्वर चौबे, शुभम तिवारी समेत कई लोग मौजूद रहे.

बताया जाता है कि कांग्रेस के नेताओं की अपनी  महत्वाकांक्षाएं उनके कई खेमों में बंटने का कारण है. ऐसे में संभवतः पार्टी के उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी को मजबूती देने की कयावद आज के कंबल वितरण कार्यक्रम से शुरू हो गई है. अब देखना यह होगा कि कंबल वितरण के इस कार्यक्रम से राजनीति के धुरंधरों के आपसी संबंधों में कितनी गर्माहट आती है.












No comments