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दुर्घटना में घायल युवक की मौत, पुलिस पर घूसखोरी का आरोप लगा साढ़े 6 घंटे तक किया बवाल ..

सूचना मिलने के बाद डुमरांव एसडीपीओ कृष्ण कुमार सिंह तथा एसडीओ हरेंद्र मौके पर पहुंच गए तथा उन्होंने लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया. हालांकि, लोग थानाध्यक्ष जुनेद आलम पर घूसखोरी का आरोप लगाते हुए उन पर विभागीय कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे.
थाने के दरवाजे पर हंगामा करते लोग

- वाराणसी जाने के क्रम में कोचस के समीप हो गई युवक की मौत.
- लोगों ने लगाया थानेदार पर आरोप, कहा- घूस लेकर ट्रक को छोड़ा.
थाना के गेट पर आगजनी का नजारा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिले के नावानगर में सड़क दुर्घटना में घायल हुए युवक की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि घायल युवक को वाराणसी ले जाने के क्रम में कोचस के समीप उसकी मौत हो गई. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल किया तथा साढ़े 6 घंटे तक डुमराँव-बिक्रमगंज पथ को जाम रखा. घटना की सूचना मिलने के बाद डुमरांव एसडीपीओ कृष्ण कुमार सिंह तथा एसडीओ हरेंद्र मौके पर पहुंच गए तथा उन्होंने लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया. हालांकि, लोग थानाध्यक्ष जुनेद आलम पर घूसखोरी का आरोप लगाते हुए उन पर विभागीय कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे. जिस पर डुमराँव एसडीपीओ ने सहमति जताते हुए थानेदार के विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा करने की बात कही वहीं एसडीओ ने मृतक के पिता को 20 हज़ार रुपये की पारिवारिक सहायता राशि का चेक भी प्रदान किया, जिसके बाद लोग शांत हुए तथा जाम हटाया गया.
लोगों को समझाते बुझाते एसडीपीओ कृष्ण कुमार सिंह

दरअसल, नावानगर थाना क्षेत्र के रूपसागर के निवासी तथा अपनी पत्नी को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर जा रहा एक युवक नावानगर बाज़ार के समीप स्थित सहारा इंडिया कार्यालय के पास हुई एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप में घायल हो गया. बताया जा रहा है कि, दुर्घटना में घायल स्थानीय थाना क्षेत्र के रूप सागर निवासी छोटे कुशवाहा के 28 वर्षीय पुत्र चंदेश्वर कुशवाहा अपनी पत्नी के साथ नावानगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जा रहे थे, जहां उनकी पत्नी को परिवार नियोजन संबंधी परामर्श लेना था. संयोगवश पत्नी ऑटो से जा रही थी तथा वह अपनी बाइक से अकेले ही स्वास्थ्य केंद्र के लिए निकले थे. इसी बीच उनकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई. घायल युवक को आनन-फानन में नावानगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें वाराणसी रेफर कर दिया गया. लेकिन वाराणसी जाने के क्रम में रास्ते में उनकी मौत हो गई. 
परिजनों को चेक प्रदान करते अधिकारी

बताया का रहा है कि, घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ट्रक को जप्त करने के साथ-साथ उसके चालक व खलासी को भी हिरासत में ले लिया लेकिन,  कुछ समय बाद ट्रक को मुक्त करते हुए चालक खलासी को भी छोड़ दिया गया जिसके बाद स्थानीय लोगों ने यह कहते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया कि ट्रक को थानेदार द्वारा 5 लाख रुपये लेकर छोड़ा गया है. मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ने लगा तथा स्थानीय लोगों ने न सिर्फ पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया बल्कि, आगजनी करते हुए सड़क को भी जाम कर दिया.

घटना की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ कृष्ण कुमार सिंह स्वयं मौके पर पहुंच गए. कुछ समय बाद डुमराँव एसडीओ हरेंद्र भी मौके पर पहुंच गए तथा लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास शुरु कर दिया लेकिन, लोग थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे.


















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