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शुरु हुई मैट्रिक की परीक्षा, नकल करते पकड़े जाएंगे परीक्षार्थी तो वीक्षक पर होगी कार्रवाई ..

वीक्षकों को भी स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि उनके कक्ष में कदाचार करते परीक्षार्थियों को पकड़ा जाता है तो उन पर भी गाज गिर सकती है. ऐसे में परीक्षार्थियों को अंदर तक चीट-पुर्जा जाने से रोकने के लिए प्रवेश द्वार पर ही उनकी सघन तलाशी ली जा रही है. 


- पूरे किए जा चुके हैं सुरक्षा के सारे इंतजाम.
- सादे कपड़ों में की जाएगी परीक्षा केंद्रों की निगहबानी.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: मैट्रिक की परीक्षा आज से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हो जाएगी. परीक्षा को लेकर एक दिन पूर्व ही सभी तैयारियों को पूरा कर लिया गया है. सभी परीक्षा केंद्रों पर सीट प्लान चस्पा दिया गया है. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा राजेंद्र चौधरी के मुताबिक परीक्षा को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. वहीं, जिलाधिकारी राघवेंद्र सिंह ने कहा कि, पूरी कड़ी व्यवस्था के बीच कदाचार मुक्त परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. मुन्ना भाइयों पर इस दौरान विशेष नजर रहेगी.

सादे कपड़ों में तैनात रहेंगे पुलिसकर्मी:

जिलाधिकारी ने बताया कि, परीक्षा केंद्रों पर वर्दीधारी पुलिस कर्मियों के साथ-साथ सादे कपड़ों  में भी पुलिस कर्मी मौजूद रहेंगे. बता दें कि, इस बार बक्सर में बने 16 तथा डुमराँव में बने 15 परीक्षा केंद्रों पर दो पालियों में आयोजित परीक्षा में 31,359 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. बक्सर अनुमंडल में विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर कुल 8,739 छात्र तथा 7,077 छात्राएं परीक्षा देंगी. डुमरांव में 6,288 छात्र तथा 9,225 छात्राएं परीक्षा देंगे. बताया जा रहा है कि, परीक्षा में स्टैटिक दंडाधिकारी के अतिरिक्त गश्ती, जोनल व सुपर जोनल दंडाधिकारी की तैनाती की गई है. वहीं, अधिकारियों को दायित्व से अवगत करा दिया गया है.

जूता मोजा पहन कर नहीं पा सकेंगे प्रवेश:

मैट्रिक परीक्षा में भी सुरक्षा के इंतजाम व्यापक है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का निर्देश है कि, परीक्षार्थी जूता और मुजा पहनकर परीक्षा कक्ष में नहीं बैठ सकेंगे.

चार आदर्श केंद्रों की हुई है बेहतर साज-सज्जा:

इंटर की तरह ही मैट्रिक के परीक्षा में भी बक्सर और डुमराँव के के दो-दो परीक्षा केंद्रों को आदर्श परीक्षा केंद्र बनाया गया है, जहां फूल-बलून और पतंगों से केंद्रों की सजावट की गई है. जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग द्वारा इन परीक्षा केंद्रों के रूप में जिला मुख्यालय स्थित नेहरू स्मारक उच्च विद्यालय और डॉक्टर केके मंडल महिला महाविद्यालय को चिन्हित किया गया है. वहीं, डुमराँव के सुमित्रा महिला महाविद्यालय और सीपीएसएस उच्च विद्यालय को आदर्श परीक्षा केंद्र घोषित किया गया है. यहां साफ-सफाई और सजावट का काम पूरा किया जा चुका है. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद चौधरी ने बताया कि, परीक्षा केंद्रों की सजावट के लिए अलग से राशि प्रदान की गई है.

सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेंगे सभी केंद्र:

मैट्रिक परीक्षा में परिंदा भी पर न मार सके इसके लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के इंतजामों के साथ-साथ सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं. परीक्षा केंद्रों के बाहर निगरानी करने के लिए वीडियोग्राफर भी तैनात रहेंगे. वीक्षकों को भी स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि उनके कक्ष में कदाचार करते परीक्षार्थियों को पकड़ा जाता है तो उन पर भी गाज गिर सकती है. ऐसे में परीक्षार्थियों को अंदर तक चीट-पुर्जा जाने से रोकने के लिए प्रवेश द्वार पर ही उनकी सघन तलाशी ली जा रही है. महिला छात्राओं की तलाशी के लिए महिला दंडाधिकारी महिला पुलिस तथा महिला केंद्र अधीक्षक मौजूद रहेंगे.

मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करेंगे दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी:

बताया जा रहा है कि परीक्षा ड्यूटी में तैनात दंडाधिकारी पुलिस पदाधिकारी शिक्षक शिक्षक एवं अन्य कर्मचारी अपने साथ परीक्षा कार्य से संबंधित वेद कागजातों के अतिरिक्त अन्य कागजात परीक्षा केंद्र पर नहीं ले जाएंगे और मोबाइल का उपयोग कदापि नहीं करेंगे. इसका अनुपालन सख्ती से करने की हिदायत दी गई है. वहीं, प्रभावी मॉनिटरिंग हेतु जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई.











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