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Buxar Top News: अधिकारियों की मेहरबानी या पार्षदों की साजिश, मतदान से वंचित हो जायेंगे हजारों लोग ...



बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जी हाँ ! आपने बिल्कुल सही सुना इस बार के नगर परिषद चुनाव में हज़ारों लोग मतदान नहीं कर पायेंगे | ऐसा भी नहीं है कि ये लोग सामूहिक वोट बहिष्कार की बात सोच रहे हो बल्कि ये हसभी मतदाता अपने वार्ड के चुनाव में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी देना चाहते हैं | लेकिन मतदाता सूची से इनका नाम विलोपित कर दिया गया है | ज्यों ही चुनाव की तिथियाँ नज़दीक आयी वार्ड के सभी मतदाता अपने पसंद के वार्ड पार्षद के चुनाव को लेकर उत्साहित हो रहे थे तभी उन्हें मालूम चला कि मतदाता सूची से उनके नाम को विलोपित कर दिया गया | हैरान-परेशान लोग जब अनुमंडल कार्यालय पहुंचे तो मालूम चला कि उनके नाम को दूसरे वार्ड की मतदाता सूची में जोड़ दिया है | बताया गया कि यह काम बी एल ओ के द्वारा प्रदत सूची के आधार पर किया गया है | इस विषय में जब बी एल ओ से संपर्क किया गया तो उनलोगों का कहना था कि उन लोगों द्वारा जो  सूची दी गयी थी मगर इस सूची में काफ़ी फ़ेरबदल किया गया है |

वार्ड संख्या 11 (आदर्श नगर) के रहने वाले अजय मिश्रा ने बताया कि उनका नाम उनके वार्ड की मतदाता सूची से हटा दिया गया है | यही नहीं उनके साथ-साथ करीब 200 अन्य लोगों के नाम मतदाता सूची से विलोपित कर दिए गए हैं | उन्होंने बताया कि अम्बेडकर चौक के रहने वाले लोगों का नाम चीनी मिल में जोड़ दिया गया है | उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव के बाद मतदाता सूची में यह गड़बड़ी की गयी है |  
वहीँ वार्ड संख्या 26 चीनी मिल के रहने वाले रोहित चतुर्वेदी ने बताया कि उनके वार्ड से भी कई लोगों के नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है | वहीँ अन्य वार्डों के मतदाताओं का नाम जोड़ दिया गया है |
वार्ड संख्या 10 के निवासी सुप्रभात गुप्ता ने बताया कि उनके वार्ड से भी सैकड़ों लोगों के नामों को मतदाता सूची से हटा कर वार्ड संख्या 35 तथा अन्य वार्डों में जोड़ दिया गया है | 

अगर मान लिया जाए कि हर वार्ड में औसतन 150 व्यक्तियों के नामों को हटाया गया है तो इस प्रकार यह संख्या 5 हज़ार से अधिक होगी | 
स्थानीय लोगों की माने तो वार्ड पार्षदों की मिलीभगत से ये सब गड़बड़झाला हुआ है | उन्होंने अनुमंडल कार्यालय के कर्मियों की मिलीभगत से जान बूझ कर लोगों का नाम इधर से उधर दिया गया है | यह सारी रणनीति चुनाव को ध्यान में रखकर बनायी गयी है | हालांकि, पार्षदों ने इस बात से साफ़ तौर पर इनकार किया |
वहीँ मतदाता सूची में सुधार करवाने अनुमंडल कार्यालय पहुंचे लोगों को भी निराशा हाथ लगी उन्हें जवाब मिला कि फिलहाल मतदाता सूची में कोई सुधार संभव नहीं है |

ऐसे में मतदाताओं के सामने जटिल समस्या यह है कि क्या वे किसी और वार्ड में रहे और दूसरे वार्ड के प्रत्याशियों को चुने? और वो भी ऐसे प्रत्याशियों को जिन्हें वो पहचानते तक नहीं? 
बहरहाल, एक बात तो साफ़ है कि मतदाता सूची में गड़बड़ी से कई मतदाता अपने वार्ड के प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने से वंचित रह जायेंगे | 

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