Buxar Top News: वीडियो: इलाज के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप में नगर के प्रतिष्ठित अस्पताल के निदेशक सह इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला सचिव गिरफ्तार, निजी चिकित्सकों ने खोला मोर्चा, स्वास्थ्य व्यवस्था ठप !
जानकारी मिलते ही नगर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने उन्हें तुरंत हिरासत में ले लिया. देर रात तकरीबन 10:00 बजे अस्पताल के निदेशक को हिरासत में लिए जाने की बात की पुष्टि एएसपी शैशव यादव ने की.
देखें वीडियो:
- इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगा दर्ज कराई गई थी प्राथमिकी
- प्रशासन के द्वारा किए गए दुर्व्यवहार के विरुद्ध इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बक्सर के सभी चिकित्सकों ने खोला मोर्चा.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर के एक प्रतिष्ठित अस्पताल के निदेशक तथा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बक्सर शाखा के सेक्रेटरी डॉ वीके सिंह को को बीती रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया बताया जा रहा है कि उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने चिकित्सालय में किए गए ऑपरेशन के दौरान लापरवाही बरती थी जिससे कि इलाजरत महिला की मौत हो गई थी.
दरअसल पिछले वर्ष 14 सितंबर को गॉल ब्लैडर की पथरी का ऑपरेशन कराने के लिए एक महिला का ऑपरेशन इनके अस्पताल में हुआ था, जहां इलाज के दौरान ही 18 सितंबर को महिला की मौत हो गई थी परिजनों का आरोप था कि मौत का कारण इलाज में लापरवाही था. इस घटना के बाद अगले दिन 19 सितंबर 17 को नगर में विभिन्न संगठनों द्वारा बवाल भी किया गया था. मामले में इटाढ़ी थाना क्षेत्र के करंजुआ गांव के रहने वाले रंजन साह ने अपनी पत्नी प्रभा देवी की मृत्यु का जिम्मेवार बताते हुए नगर के वी के ग्लोबल अस्पताल के निदेशक के विरुद्ध नगर थाने में मामला दर्ज कराया था. जबकि अस्पताल के निदेशक वी के सिंह ने बार-बार ने यह कहा कि उन्होंने केवल अपना ऑपरेशन थिएटर तथा अन्य सुविधाएं ऑपरेशन के लिए आरा के चिकित्सक वी के सिन्हा को दिया था तथा इस ऑपरेशन में अस्पताल की कोई और भूमिका नहीं है. इसके साथ उन्होंने यह भी कहा था की मामले में चिकित्सक की लापरवाही भी कहीं से भी साबित नहीं हो रही. हालांकि इस मामले में वह यह बात साबित नहीं कर पाए कि ऑपरेशन डॉ वीके सिन्हा द्वारा किया गया है जिसके बाद वी के ग्लोबल अस्पताल के निदेशक वीके सिंह के विरुद्ध वारंट जारी हो गया था.
इसी बीच अपने अस्पताल के मकान मालिक के साथ किसी विवाद को लेकर डॉ. सिंह गुरुवार की शाम करीब 7:00 बजे नगर थाने में पहुँचे थे. उस मामले में नगर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार दोनों पक्षों के बीच में सुलह कराने की प्रक्रिया में जुटे हुए थे तभी किसी ने यह बताया के डॉक्टर वीके सिंह के विरुद्ध इलाज में लापरवाही मामले मे वारंट जारी हुआ है. मामले की जानकारी मिलते ही नगर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने उन्हें तुरंत हिरासत में ले लिया. देर रात तकरीबन 10:00 बजे अस्पताल के निदेशक को हिरासत में लिए जाने की बात की पुष्टि एएसपी शैशव यादव ने की. उन्होंने बताया कि पुराने मामले में वारंट निर्गत होने के कारण उन्हें हिरासत में लिया गया है.
दूसरी तरफ़ चिकित्सक के हिरासत में लिए जाने से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की बक्सर शाखा से जुड़े सभी चिकित्सक विरोध में उतर गए हैं. मीडिया के साथ हुई बातचीत में एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ महेंद्र प्रसाद अन्य चिकित्सकों ने बताया कि चिकित्सक सदैव लोगों की जान बचाने के लिए तत्पर रहते हैं. लेकिन प्रशासन उन बातों को दरकिनार करते हुए जब चिकित्सक को गिरफ्तार कर लेती है और उनके साथ मुजरिमों जैसा सलूक करती है तो यह कहीं से भी एक सभ्य समाज को शोभा नहीं देता. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए बताया कि किसी भी चिकित्सक को गिरफ्तार करने से पूर्व एक पैनल का गठन करने के बाद निर्णय लिया जाता है लेकिन जिला प्रशासन ने ऐसा नहीं किया. इसी बात को लेकर सभी निजी चिकित्सक अपने चिकित्सालयों की ओपीडी एवं इमरजेंसी सेवाओं को बंद रखेंगे तथा किसी प्रकार के रोगों का इलाज नहीं करेंगे.
वहीं निजी चिकित्सालय में इलाज बंद किए जाने की वजह से रोगी दरबदर भटकते देखे गए हालांकि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की बक्सर शाखा के सभी सदस्यों ने आगे की कार्यवाही किए जाने के संबंध में एक बैठक का आयोजन शाम तकरीबन 7:00 बजे एसोसिएशन के बक्सर शाखा के अध्यक्ष डॉ महेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में किया है. जिसके बाद मैं आगे की रणनीति तय करेंगे. हालांकि, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्यों ने बताया कि प्रशासन के द्वारा एक प्रतिष्ठित चिकित्सक के विरुद्ध किए गए इस प्रकार के व्यवहार के विषय में राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर के एसोसिएशन के नेताओं से बात की जा रही है. जिस के बाद आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा जिसके बाद यह आंदोलन सिर्फ बक्सर जिले में ना होकर राज्य तथा देश स्तर पर भी किया जाएगा.
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