Buxar Top News: नगर भवन के सौंदर्यीकरण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल पर भड़के एसडीएम, कहा- सुधार नहीं होने पर होगी कारवाई ..
इस प्रकार के घटिया निर्माण को देखकर अनुमंडलाधिकारी भड़क उठे. मौके पर मौजूद निर्माण से जुड़े लोगों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि गुणवत्तापूर्ण सामग्री का प्रयोग कार्य में किया जाए अथवा निर्माण एजेंसी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
निर्माण एजेंसी से जुड़े लोगों को फटकार लगाते सदर अनुमंडलाधिकारी. मौके पर मौजूद नगर परिषद की चेयरमैन
- कार्य के दौरान घटिया निर्माण सामग्री के इस्तेमाल की मिली थी सूचना.
- 75 लाख 94 हजार की राशि से किया जा रहा है नगर भवन का जीर्णोद्धार.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बदहाली की मार झेल रहे नगर भवन के सौंदर्यीकरण के लिए बिहार सरकार द्वारा 75 लाख 94 हज़ार की राशि स्वीकृत की गई है. राशि प्राप्त होने के बाद नगर परिषद द्वारा डुमराँव के जेकेएस कंस्ट्रक्शन को नगर भवन के पुराने स्वरुप को वापस लौटने की जिम्मेदारी दी गयी है.
निर्माण के प्रारंभिक चरण में सामने आ रही भारी अनियमितताएं:
निर्माण एजेंसी द्वारा नगर भवन के जीर्णोद्धार का कार्य आरंभ कर दिया गया है तकरीबन पाँच माह में एजेंसी को नगर भवन का कायाकल्प कर देना है. हालांकि प्रारंभिक निर्माण के दौरान ही भारी अनियमितताएं सामने आ रही हैं.
मौके पर पहुंचे सदर अनुमंडलाधिकारी, मामले का किया सूक्ष्म निरीक्षण, कारवाई की दी चेतावनी:
अनियमितताओं की शिकायत के बाद मामले की जांच के लिए सदर अनुमंडलाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय बुधवार को कार्य के निरीक्षण के लिए नगर भवन पहुंचे. वहां उन्होंने बारीकी से निर्माण कार्य की जांच की, जिसमें उन्होंने पाया कि जहां निर्माण के दौरान मसाले की गुणवत्ता बेहद खराब थी निर्माण में प्रयुक्त ईंट भी एकदम निम्न दर्जे की थी. उन्होंने स्वयं हाथ में लेकर दो ईंटों को आपस में टकराया तो वह भी कई टुकड़ों में विभक्त हो गया. सरेआम हो रही इस प्रकार के घटिया निर्माण को देखकर अनुमंडलाधिकारी भड़क उठे. मौके पर मौजूद निर्माण से जुड़े लोगों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि गुणवत्तापूर्ण सामग्री का प्रयोग कार्य में किया जाए अथवा निर्माण एजेंसी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
जरा सा जोर पड़ते ही टूट गई ईटें |
चेतावनी का नहीं हुआ असर, जारी रहा कार्य:
अनुमंडलाधिकारी के औचक निरीक्षण से कुछ देर के लिए तो मौके पर मौजूद कर्मियों के बीच हड़कंप मचा रहा लेकिन अनुमंडलाधिकारी के जाते ही पुनः उसी प्रकार काम किया जाने लगा. उसी ईंट और उसी मसाले से काम दिन भर चलता रहा.
सरकारी राशि के गोलमाल की है पूरी तैयारी:
बताते चलें कि नगर भवन के सौंदर्यीकरण का कार्य जुलाई माह के आरंभ में शुरू कर दिया गया है. पुनर्निर्माण के बाद एजेंसी को तीन साल तक रखरखाव की भी जिम्मेदारी उठानी है. नगर भवन के अंदर बने बैडमिंटन कोर्ट दीवारों, फाल्स सीलिंग, वायरिंग तथा शौचालय मूत्रालय का निर्माण करने के साथ-साथ फ्लोर टाइल्स भी लगाया जाना है. साथ ही साथ दरवाजों एवं खिड़कियों की मरम्मत भी की जानी है. लेकिन इसी बीच इस तरह के घटिया निर्माण से यही प्रतीत हो रहा है कि जैसे-तैसे कार्य कर सरकारी राशि का गोलमाल की पूरी तैयारी है. जिस स्तर का निर्माण किया जा रहा है उसे देखकर तो यही लगता है कि कार्य 3 वर्ष क्या 6 महीना भी नहीं चल पाएगा.
मौके पर एक अन्य कार्यक्रम में भाग लेने आई नगर परिषद के चेयरमैन माया देवी भी पहुंच गई. उन्होंने भी कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाए.
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