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Buxar Top News: महंगाई को लेकर लोकतांत्रिक बंद का जनता भी करे समर्थन - कांग्रेस।



उन्होंने कहा कि जब यूपीए की सरकार थी तो भाजपा महंगाई को डायन की संज्ञा दे रही थी. अब सरकार इस महंगाई को क्या कहेगी? आज स्थितियां ऐसी बन रही है कि देश आंतरिक गृह युद्ध की तरफ बढ़ रहा है.
प्रेस वार्ता के दौरान मौजूद नेतागण

- भारत बंद को लेकर निकाला गया मशाल जुलूस, लोगों से मांगा गया जनसमर्थन.
- पीड़ा से कराह रही है भारत की जनता, सरकार बनी है बेरहम.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: डीजल पेट्रोल एवं बढ़ती महंगाई को लेकर कांग्रेस समेत विभिन्न दलों द्वारा आयोजित भारत बंद को लेकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन एवं सदर विधायक संजय कुमार तिवारी ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता कर भारत बंद के विषय में जानकारी दी. तथा जनता से जनहित के लिए  इस बंद को सफल बनाने की अपील की. उन्होंने बताया कि बंद लोकतांत्रिक तरीके से सुबह 9:00 बजे से 3:00 बजे तक आयोजित होगी. वहीं बंद के दौरान आवश्यक सेवाओं को बाधित नहीं किया जाएगा.

टैक्स बढ़ा कर कर दिया है कीमतों में बेरहमी से इजाफा:

उन्होंने बताया कि यह बंद जनता के मुद्दों को लेकर है. जिस प्रकार देश में महंगाई बढ़ रही है वह कहीं से भी देश हित में नहीं है. केंद्र सरकार द्वारा साढ़े चार साल में पेट्रोल डीजल पर टैक्स लगाकर 11 लाख करोड़ रुपये की उगाही की गई है.  पेट्रोल और डीजल की कीमतें इतिहास में सबसे ऊंचे पायदान पर है. आम लोग, मध्यमवर्ग किसान, ट्रांसपोर्ट, स्माल एवं मीडियम बिजनेस महंगाई के बोझ तले दब कर पीड़ा से कराहने को मजबूर हैं.  उन्होंने बताया कि मई 2014 में जहां अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमत 107.9 पैसे प्रति बैरल थी जबकि आज कच्चे तेल की कीमत 73 रुपये प्रति बैरल है. फिर भी केंद्र सरकार कच्चे तेल की कम कीमतों का लाभ आम जनमानस को पहुंचाने के बजाय बेरहमी से तेल पर टैक्स लगा रही है. मई 2014 के बाद पेट्रोल की एक्साइज ड्यूटी में 211.7 फीसद की बढ़ोतरी की गई है. वहीं मई 2014 में एक्साइज ड्यूटी जहां केवल 9.2 रुपए प्रति लीटर थी आज यह 19.48 रुपये प्रति लीटर हो गई है. मई 2014 से डीजल की एक्साइज ड्यूटी में भी 443.6 फीसद का इजाफा हुआ है. उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार के केंद्र में सत्तासीन होने के बाद केंद्रीय एक्साइज ड्यूटी में 12 बार वृद्धि की गई है.कांग्रेस पार्टी व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने बार-बार यह मांग रखी है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें जीएसटी के अंतर्गत लाई जाए, ताकि आम जनता को 10 से 15 रुपये प्रति लीटर तक की राहत मिल सके.

यूपीए के शासनकाल में महंगाई डायन थी पर अब इससे क्या संज्ञा दें: 

जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन ने कहा कि मोदी सरकार का एकमात्र लक्ष्य लोगों की गाढ़ी कमाई को लूटना है.  उन्होंने सवाल किया कि नेशनल एयरोनॉटिकल लिमिटेड जैसी संस्थान के रहते हुए मात्र 3 साल के अनुभव वाली रिलायंस को राफेल डील कैसे मिल गई? यह कहीं ना कहीं देश की सुरक्षा गिरवी रखने की बात है. उन्होंने कहा कि जब यूपीए की सरकार थी तो भाजपा महंगाई को डायन की संज्ञा दे रही थी. अब सरकार इस महंगाई को क्या कहेगी?  आज स्थितियां ऐसी बन रही है कि देश आंतरिक गृह युद्ध की तरफ बढ़ रहा है. सोमवार को महागठबंधन जनहित के लिए एक साथ सड़क पर उतरेगी तथा जनता के सामने भाजपा की नियति को उजागर करेगी. इसी दौरान शाम तकरीबन 6:30 बजे मशाल जुलूस निकालकर जनता से बंद को सफल बनाने की अपील की गयी. जुलूस में नगर के विभिन्न मार्गों का भ्रमण किया. 


प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व सांसद तेज नारायण सिंह, पूर्व विधायक श्रीकांत पाठक, समाजसेवी व इतिहासकार डॉ दीपक राय, कांग्रेसी नेता बजरंगी मिश्रा, पप्पू पांडेय, छात्र संगठन डीवाईएफआई के जिला अध्यक्ष विमल कुमार सिंह समेत महागठबंधन के घटक दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.


















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