लगातार ट्रिपिंग से परेशान बिजली उपभोक्ता ने सीएम को लिखा पत्र, कहा- यहां आम और खास में अंतर बरत रहा विभाग ..
औद्योगिक फीडर से से तार निकालकर उसे दलसागर फ़ीडर का नाम दिया गया है. बताया जा रहा है कि इस फीडर में बिजली की आपूर्ति निर्बाध रूप से चलती रहती है उधर औद्योगिक क्षेत्र फीडर के हवाले गोलंबर से लेकर यमुना चौक तक का इलाका आता है
- बताया, एक ही जगह पर दो तरह की नीति अपना रहा विभाग.
- आम उपभोक्ताओं के लिए ट्रीटिंग लेकिन खास के लिए कुछ नहीं.
बक्सर टॉप न्यूज़ बक्सर उमस भरे मौसम में बिजली का घंटों तक नहीं रहना वक्ताओं को कितना कष्ट देता है यह तो कोई उपभोक्ता ही बता सकता है बार-बार बिजली की ट्रिपिंग की शिकायत करने पर विभाग का कहना होता है कि सुनिश्चित कराई जाती है बिजली उपभोक्ता बिजली उपभोक्ताओं का आरोप है कि विभाग आम और खास में अंतर व्रत रहा है मामले में एसपी आवास के समीप रहने वाले एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मामले से अवगत कराते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है।
अपने पत्र में उपभोक्ता केके ओझा ने बताया है कि बिजली विभाग द्वारा औद्योगिक फीडर की बिजली की बहुत ही कटौती हो रही है. विभाग एक ओर जहां दावा कर रहा है कि दिन भर वह बिजली के तारों तथा अन्य समस्याओं को दुरुस्त करने के लिए तत्पर होते हैं. वहीं दूसरी तरफ शाम होते ही बिजली की ट्रिपिंग शुरू हो जाती है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि बिजली विभाग के अधिकारी दिन में क्या करते हैं. पत्र लिखने वाले व्यक्ति ने यह भी कहा है कि आम लोगों को जहां बिजली चली जाने की बात कही जाती है. वहीं, कुछ ही दूरी पर अवस्थित एसपी आवास में निर्बाध रूप से बिजली मौजूद रहती है. पूछने पर अधिकारी बताते हैं कि यह दलसागर फीडर की बिजली है. दरअसल, विभाग द्वारा औद्योगिक फीडर से से तार निकालकर उसे दलसागर फ़ीडर का नाम दिया गया है. बताया जा रहा है कि इस फीडर में बिजली की आपूर्ति निर्बाध रूप से चलती रहती है उधर औद्योगिक क्षेत्र फीडर के हवाले गोलंबर से लेकर यमुना चौक तक का इलाका आता है. ऐसे में यह साबित होता है कि विभाग आम और खास के बीच में दोहरी नीति अपना रहा है. उन्होंने कहा कि, डीएम, एसपी, जिला जज और अन्य को बिल का भुगतान नहीं करना पड़ता है, लेकिन उन्हें अन्य उपभोक्ताओं की कीमत पर प्रीमियम बिजली की आपूर्ति मिलती है, यह मानव अधिकारों का मामला है. जहां लोगों को अपने स्वामी के लिए बिल का भुगतान करना पड़ता है।
मामले में बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता सनी कुमार से बात करने पर उन्होंने बताया कि अब अगर 11 केवी के तार में एक छोटी सी टहनी भी स्पर्श करती है तो बिजली ट्रिप हो जाती है. इसी के कारण बार-बार बिजली ट्रिपिंग की समस्या आ रही है.
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