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बोरे में फेंकी मिली नवजात, सीडब्लूसी के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, पालना नहीं तो चाइल्ड लाइन को दें ..

वहां से  चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नंबर 1098 पर कॉल कर इसकी जानकारी दी गई तथा चाइल्ड लाइन के सदस्यों के पहुंचने पर पुलिस अभिरक्षा में बच्ची को सदर अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कराया गया. जहां नवजात शिशु का इलाज किया जा रहा है.

- थानाध्यक्ष तथा चाइल्ड लाइन के सदस्यों की तत्परता से मिला नवजीवन.
- सदर अस्पताल में चल रहा है इलाज.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: कहा जाता है जिसका कोई नहीं होता उसका खुदा होता है. ऐसा ही एक वाकया उस वक्त सामने आया जब दलसागर गांव के समीप खेतों में फेंकी हुई एक को स्थानीय लोगों तथा थानेदार की मदद से नयी जिंदगी मिल गयी. दरअसल, स्थानीय निवासी रानी देवी को खेतों में से किसी बच्चे की रोने की आवाज़ आयी. जब उन्होंने पलट कर देखा तो यह आवाज एक बोरे से आ रही
थी. बोरा खोलकर देखने पर उसकी आंखें फटी की फटी रह गई. दरअसल, बोरे के अंदर एक नवजात बच्ची पड़ी हुई थी. रानी देवी ने तत्काल अपने पुत्र गुड्डू यादव के साथ बच्ची को औद्योगिक थाने पहुंचाया. वहां से  चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नंबर 1098 पर कॉल कर इसकी जानकारी दी गई तथा चाइल्ड लाइन के सदस्यों के पहुंचने पर पुलिस अभिरक्षा में बच्ची को सदर अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कराया गया. जहां नवजात शिशु का इलाज किया जा रहा है.
जानकारी देते हुए चाइल्ड लाइन के संतोष कुमार सिंह ने बताया कि सदर अस्पताल में बाल कल्याण समिति के पूर्व अध्यक्ष संतोष भारती, चाइल्ड लाइन
के पवित्र कुमार, कंचन देवी, डिंपल सिंह, अजीत राम, विकास कुमार तथा विमला देवी की देखरेख में बच्ची का इलाज किया जा रहा है. बच्ची फिलहाल
स्वस्थ है.

उधर बाल कल्याण समिति के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि जो माता पिता बच्चे को नहीं पालन चाहते है तो इसके लिए सरकार ने पहले से ही व्यवस्था की है जिसके तहत बच्चे को सरकार की संस्था को दिया सकता है. अगर किसी कारणवश ऐसा भी नहीं कर सकते तो बच्चों को सार्वजनिक स्थान पर छोड़े न कि ऐसी जगह जहाँ बच्चों को नुकसान हो.









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