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कैदियों के बीच पहुंचे मोरारी बापू, बताया प्रायश्चित का महत्व, साथ बैठ किया भोजन ..

उन्होंने कहा कि, जिस प्रकार धूप में रख देने से गीले कपड़े सूख जाते हैं. ठीक उसी प्रकार इंसान को अपने पाप के प्रायश्चित के लिए तपना पड़ता है. उन्होंने बताया कि कारा एक पश्चाताप गृह है जहां आप अपने पापों का पश्चाताप कर नई जिंदगी जी सकते हैं. 

- मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जीवन से प्रेरणा लेने की कही बात.
- कारा अधीक्षक के विशेष अनुरोध पर पहुंचे बापू ने जेल में लगाया पंचवटी पौधा.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: राष्ट्रसंत के रूप में ख्याति प्राप्त प्रसिद्ध राम कथा वाचक परम संत मोरारी बापू शनिवार को केंद्रीय कारा पहुंच गए. केंद्रीय कारा में कैदियों के बीच पहुंचकर धर्म के नैतिक गुणों से अवगत कराया. साथ में ही  कैदियों को अवगत कराया तथा मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के विचारों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया.

दरअसल, बाजार समिति के प्रांगण में चल रही अपनी रामकथा के समाप्ति के पश्चात वह अपनी कुटिया पर पहुंचे.  जिसके बाद उन्होंने कारा अधीक्षक विजय कुमार अरोड़ा के द्वारा पूर्व में किए गए विशेष अनुरोध के मद्देनज़र कैदियों के बीच पहुंच राम कथा का वाचन किया साथ ही साथ उन्होंने कैदियों को मर्यादा पुरुषोत्तम के विचारों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कैदियों को भूल गुनाह अपराध एवं आप का पाठ पढ़ाया. उन्होंने कहा कि, जिस प्रकार धूप में रख देने से गीले कपड़े सूख जाते हैं. ठीक उसी प्रकार इंसान को अपने पाप के प्रायश्चित के लिए तपना पड़ता है. उन्होंने बताया कि कारा एक पश्चाताप गृह है जहां आप अपने पापों का पश्चाताप कर नई जिंदगी जी सकते हैं. 

अपने प्रवचन के समापन के पश्चात कारा अधीक्षक विजय कुमार अरोरा के विशेष अनुरोध पर मोरारी बापू के द्वारा कारा परिसर में एक पंचवटी वृक्ष लगाया गया. बाद में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कारा अधीक्षक ने कहा कि, बक्सर सिद्धाश्रम है. यहां राम के चरण रज से अहिल्या का उद्धार हुआ था. ठीक उसी प्रकार जेल के अंदर मोरारी बापू के चरण पड़ने से कैदियों का भी उद्धार होगा.

जेल परिसर में उनके आगमन को लेकर सुंदर मंच बनाया गया था. तथा दरी-वगैरह बिठाकर कैदियों के बैठने की व्यवस्था कराई गई थी. उन्होंने कैदियों के साथ तकरीबन डेढ़ घंटे का समय बिताया. शाम तकरीबन 4:30 बजे पहुंचे मोरारी बापू संध्या 6:00 बजे तक कैदियों बीच रहे बाद में उन्होंने कैदियों के साथ ही जेल का भोजन ग्रहण किया. मौके पर कारा अधीक्षक विजय कुमार अरोड़ा के साथ साथ सभी जेल कर्मी एवं बंदी मौजूद रहे।



















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