नप की जमीन पर हो रहा अवैध निर्माण, अनजान बने अधिकारी ..
मामले में एक चौंकाने वाला तथ्य यह भी सामने आया है कि, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को भी दो दिन बीतने के बावजूद यह नहीं ज्ञात हो सका की दोनों निर्माण में से कौन सा निर्माण वैध है? या दोनों निर्माण अवैध है.
- नगर के एमपी हाई स्कूल गेट के सामने हो रहा था कटरे का निर्माण.
- 2 दिन बीत जाने के बावजूद कागजातों की नहीं हो सकी है जांच
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत एमपी उच्च विद्यालय के सामने अवैध कटरे के निर्माण की बात सामने आते ही अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई तथा अंचलाधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह के द्वारा निर्माण को ध्वस्त कराने के आदेश दिए गए. हालांकि, अनुमंडलाधिकारी के इस आदेश के बावजूद निर्माण को पूरी तरह से ध्वस्त नहीं किया गया.
वहीं, अब इस मामले में एक चौंकाने वाला तथ्य यह भी सामने आया है कि, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को भी दो दिन बीतने के बावजूद यह नहीं ज्ञात हो सका की दोनों निर्माण में से कौन सा निर्माण वैध है? या दोनों निर्माण अवैध है.
अंचलाधिकारी ने बताया था कि, दोनों निर्माण अवैध है जिसके बाद एक निर्माण को ध्वस्त कराया गया वहीं, दूसरे निर्माण को ध्वस्त कराने के आदेश दिए गए साथ ही साथ दुकानदार द्वारा लगाई गई टाइल्स भी उखाड़ दी गई है. वहीं, इस संदर्भ में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुजीत कुमार ने बताया कि, एक निर्माण तो पूरी तरह से अवैध है जबकि, दूसरे निर्माण के कागजातों की जांच की जा रही है. ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि, अगर निर्माण के संदर्भ में परिषद को कोई जानकारी ही नहीं है. तो फिर दुकान को ध्वस्त करने की कार्यवाही की कैसे की गई? अथवा दुकानदार को हिरासत में कैसे लिया गया?
नगर परिषद के विश्वस्त सूत्रों की माने तो अधिकारियों तथा नगर परिषद के कुछ सफेदपोश लोगों की मिलीभगत से नगर परिषद की जमीन पर अवैध निर्माण का यह खेल वर्षों से चलता आ रहा है. बताया जा रहा है कि, इसके लिए लाखों रुपए के अवैध लेनदेन भी होते रहे हैं यह निर्माण भी उसी का एक उदाहरण है.
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