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धूमधाम से मना रंगनाथ-गोदा विवाहोत्सव ..

बताया कि, विष्णुचित्त की पुत्री गोदम्बा भगवान को पति रूप में पाना चाहती थी. नित्य भगवान की तुलसी दल एवं पुष्प से पूजा किया करती थी. स्वयं भगवान रंगनाथ ने आश्वाशन दिया की मैं तुम्हे निश्चित रूप से अपनाऊंगा

- वैष्णव संप्रदाय का महत्वपूर्ण उत्सव है रंगनाथ-गोदा विवाह उत्सव.
- उत्सव में मौजूद रहे वैष्णव संप्रदाय से जुड़े तथा नगर के आम व खास लोग.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बैकुंठ मन्दिर (नौलखा मंदिर) के प्रांगण में मंगलवार संध्या काल में जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी राजगोपालाचार्य महाराज “त्यागी स्वामी” के मंगलोच्चार के बीच श्री रंगनाथ-गोदा विवाह उत्सव धूम धाम के साथ सम्पन्न हुआ. 

बताया जाता है कि, वैष्णव सम्प्रदाय में इस उत्सव का बड़ा ही महत्व है. जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी  “त्यागी स्वामी” ने बताया कि, विष्णुचित्त की पुत्री गोदम्बा भगवान को पति रूप में पाना चाहती थी. नित्य भगवान की तुलसी दल एवं पुष्प से पूजा किया करती थी. स्वयं भगवान रंगनाथ ने आश्वाशन दिया की मैं तुम्हे निश्चित रूप से अपनाऊंगा. फलस्वरूप भगवान ने गोदम्बा को प्रिया रूप में स्वीकार किया. 

प्रसिद्ध कथा वाचक आचार्य रणधीर भाई ओझा ने कहा कि, इस कथा से हमे सीख मिलती है कि भगवान से सम्बन्ध स्थापित करने के लिए बहुत सारा धन, ज्ञान की आवश्यक्ता नही है.सिर्फ शुद्ध हृदय तथा समर्पण के द्वारा प्रात्मा से सम्बंध स्थापित किया जा सकता है. वैवाहिक गीतों के द्वारा कथा वाचक आचार्य रणधीर भाई ओझा तथा चन्दन तेजस्वी भजन गायक व श्रेयांश कुमार श्रीवास्तव ने भक्तो को भाव विभोर किया. 

इस कार्यक्रम में सष्ठगोपाल (पुजारी जी),औचितानन्द, भंडारी वैंकटेश, प्रबंधक विजय शंकर तिवारी, वैदिक जी, लव कुमार दुबे, कार्यकारणी रामलीला समिति के अध्यक्ष रामअवतार पाण्डेय, गंगा समग्र जिला संयोजक चन्द्रभूषण ओझा, सिद्धनाथ पाण्डेय, रविन्द्र उपाध्याय, वैजनाथ शाह, रामशंकर दूबे आदि सहित नगर के कई गणमान्य लोगों के साथ ही सैकड़ों भक्तगण उपस्थिति हुए.


















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