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Buxar Top News: सिय-पिय मिलन महोत्सव: परम संत मोरारी बापू का हुआ आगमन, श्री राम ने किया अहिल्या का उद्धार ..

सिय-पिय मिलन महोत्सव का आयोजन बक्सर में किया गया है.


- नया बाज़ार में आयोजित है 48वां सिय-पिय मिलन महितसव.
- कृष्णलीला तथा रामलीला का हुआ आयोजन.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: परम पूज्य महर्षि श्री खाकी बाबा सरकार के 48 वें निर्वाण दिवस पर आयोजित दस दिवसीय सिय-पिय मिलन महोत्सव में रविवार को सुबह से ही नया बाजार स्थित आश्रम पर काफी गहमा-गहमी का माहौल दिखाई दे रहा था. रविवार को आयोजित कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संत श्री मोरारी बापू के आगमन को लेकर आश्रम समेत आयोजन में शामिल होने आए दूर-दूर से श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह का माहौल था. रविवार को आयोजन की सूची के तहत तमाम कार्यक्रमों का संचालन क्रमानुसार आयोजित होता रहा.

परम् पूज्य संत श्री मोरारी बापू के आगमन को लेकर श्री सीताराम विवाह आश्रम में सुबह से ही उनके स्वागत की तैयारियां जारी थी. आश्रम से मिली जानकारी के अनुसार पूज्य संत मुरारी बापू का रविवार को ही ब्रज भूमि पर आयोजित कार्यक्रम का आखिरी दिन था. जहां से आकर उन्होंने कार्यक्रम में शरीक होने का वादा किया था. इसके लिए विशेष छोटे विमान से मोरारी बापू का आगमन गाजीपुर तक हुआ. जहां से हेलिकाप्टर द्वारा वे बक्सर के लिए रवाना हुए. यहां बक्सर के चौसा में उनके हेलिकाप्टर के लैंडिंग की व्यवस्था कराई गई थी. जहां वो शाम चार बजे के करीब पहुंचे. इस दौरान जिला पार्षद बंटी शाही समेत कई सामाजिक लोगों ने फूल-मालाओं से उन्हें लाद दिया . तत्पश्चात सड़क मार्ग द्वारा उनका आगमन आश्रम के लिए हुआ. आश्रम पहुंचते ही मोरारी बापू का आश्रम के महंत श्रीराजाराम शरण दास के अलावा आगंतुक श्रद्धालुओं ने जोरदार तरीके से स्वागत किया.  इस अवसर पर आश्रम में आने के बाद मोरारी बापू ने सीधे परम पूज्य मामाजी की आदमकद प्रतिमा के पास जाकर उनको नमन किया फिर वहां से सीधे मंच पर जा पहुंचे, जहां सबसे पहले उन्होंने व्यासपीठ का विधिवत पूजन आदि किया. मंच पर बापू के लिए अलग आसन बनाया गया था. जिसे हटवाने के बाद बापू ने नीचे ही आसन ग्रहण किया और शांत चित्त से मलूक पीठाधीश्वर द्वारा जारी प्रवचन को सुनते रहे. 

इस अवसर पर आयोजकों ने बताया कि पूर्व में आयोजन की रजत जयंती के अवसर पर श्री मोरारी बापू ने दस दिवसीय आयोजन में पूर्णकालिक रूप से भाग लिया था. पुन: कार्यक्रम के स्वर्ण जयंती के अवसर पर 2019 में आयोजित कार्यक्रम में वह पूर्णकालिक रूप से भाग लेंगे और दस दिनों तक लगातार बापू के प्रवचन सुनने का सौभाग्य श्रद्धालुओं को मिलेगा.

इसके पूर्व प्रात: काल से ही श्रीराम चरितमानस के नवाह परायण पाठ के अलावा अखण्ड हरिनाम संकीर्तन, झांकी व पदगायन के कार्यक्रमों का लगातार पूरे दिन आयोजन होता रहा. जबकि पूर्वाह्न 9 बजे से आयोजित रासलीला के तहत भीष्म पितामह और द्रौपदी के संवाद का सफल मंचन ख्याति प्राप्त ब्रज कोकिला छोटे ठाकुर श्री हरीबल्लभ शर्माजी के निर्देशन में वृंदावन के कलाकारों द्वारा सफल मंचन किया गया। जबकि रात्रि 9 बजे से 12 बजे तक रामलीला के तहत रविवार को जनकपुर में माता सीता के धरती के गर्भ से जन्म लेने के साथ ही अयोध्या के राजकुमार श्रीराम द्वारा गौतम ऋषि की पत्नी अहिल्या के उद्धार का सफल मंचन कर कलाकारों ने दर्शकों का मन मोह लिया. प्रस्तुत प्रसंग के अंतर्गत जहां जनकपुर में माता सीता के जन्म पर सारे जनकपुरी में खुशियां मनाई जा रही हैं. वही दूसरी ओर महर्षि विश्वामित्र अयोध्या नरेश दशरथ के दरबार में प्रवेश करते हैं. तथा राक्षसों के संहार के लिए राम और लक्षमण दोनों भाइयों को उनसे मांगते हैं. प्रसंग अंतर्गत उनकी शिक्षा दीक्षा पूरी होने के उपरांत महर्षि विश्वामित्र के निर्देश पर ही श्रीराम गौतम ऋषि की पत्नी अहिल्या का उद्धार किए. इस अवसर पर कार्यक्रम को देखने सुनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु देर रात तक जमे रहे. कार्यक्रम में रविवार के दिन भी भारी संख्या में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं का आगमन हुआ. जिसमें देश विदेश के सैकड़ों लोगों ने आकर इस महाआयोजन में भाग लिया. 
वहीं संतों के प्रवचन और सिय-पिय मिलन समारोह के आयोजन के बाद बक्सर नगर पूरी तरह से राममय हो गया है.

 














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