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Buxar Top News: शाबाश ! बक्सर के बच्चों ने देश स्तर पर रौशन किया जिले का नाम, दी सीख -"प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं !"

भावी मतदाताओं को जागरूक करने के लिए चुनाव आयोग ने स्कूली छात्र छात्राओं के लिए प्रश्न मंच प्रतियोगिता का आयोजन 3 दिसम्बर को जिले मे चयन किया गया था. इसके बाद  राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में सभी प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए लिखित और मौखिक परीक्षा में दोनों बच्चे अव्वल आये हैं.



- 19 दिसंबर को राज्य स्तरीय चुनाव आयोग की प्रतियोगिता में प्राप्त किया प्रथम स्थान .
- नौवीं कक्षा के छत्र हैं दोनों बच्चे, कम सुविधा में आर्थिक आभावों से जूझते हुए किया सूबे का नाम रौशन.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती है. यदि मन में इच्छा शक्ति और दृढ़ विश्वास हो तो लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है. ऐसा कर दिखाया है बक्सर के दो बच्चों मानसी और राहुल ने. 

केसठ के रहने वाले किसान मनोज कुमार की बेटी और केसठ हाई स्कूल में नौवीं की छात्रा मानसी तथा इटाढ़ी थाना क्षेत्र के किसान मदन लाल चौधरी के पुत्र राहुल कुमार ने 19 दिसंबर को राज्य स्तरीय चुनाव आयोग की प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया .  राज्य का प्रतिनिधित्व करेगी. इसको लेकर गांव में खुशी की लहर व्याप्त है. भावी मतदाताओं को जागरूक करने के लिए चुनाव आयोग ने स्कूली छात्र छात्राओं के लिए प्रश्न मंच प्रतियोगिता का आयोजन 3 दिसम्बर को जिले मे चयन किया गया था. इसके बाद  राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में सभी प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए लिखित और मौखिक परीक्षा में दोनों बच्चे अव्वल आये हैं जो कि जनवरी के तीसरे सप्ताह में दिल्ली में आयोजित परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं. जिसे गांव के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.

उसने बताया कि भावी मतदाताओं को जागरूक करने को लेकर प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। मतदाता दिवस के अवसर पर 25 जनवरी को पुरस्कृत किया जाएगा. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि आगे मैं  देश के मतदाता होने के नाते भावी मतदाताओं को मतदान के उपयोग और महत्व के बारे में चर्चा करुंगी. बातचीत में एक सवाल के जवाब देते हुए कहा की जरूरी नहीं है पढ़ाई 12 घंटे की जाय, 2 घंटे में भी उतना ही पढ़ा जाए जितना हमें समझ में आ जाय. उन्होंने इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता और पाल कोचिंग सेंटर के संचालक धीरेंद्र पाल, प्रधानाध्यापिका भावना कुमारी को देती है. उन्होंने बताया कि पिताजी ने बचपन से ही पढ़ाई के प्रति उत्साहित करने का काम किया है. उनके पिताजी पढ़े लिखे किसान हैं, पिता जी का सपना है कि मेरी बेटी जितना पढ़ेंगी मैं उसे उतना पढाउंगा. उन्होंने बेटी और बेटा में कोई अंतर नहीं समझा. माता का भी खुशी का ठिकाना नहीं था. आगे वह डाक्टर बनकर देश व समाज की सेवा करना चाहती है.
बातचीत के दौरान मानसी और मानसी के शिक्षक ने कहा कि गांव में प्रतिभा की कमी नहीं है. बच्चे यहां सरकारी सुविधा से वंचित हैं। यहां के बच्चो को, मैट्रिक करने के बाद यहां से 25 किलोमीटर की दूरी पर कॉलेज जाना पड़ता है ,जो कि खासकर लड़कियों को पढ़ाई करने के लिए जाने में बहुत दिक्कत होती है। और स्कूल जाने में भी रास्ते की खराबी को लेकर बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कत होती है । जबकि केसठ में 2015 से मॉडल स्कूल का काम चालू है जो अभी तक अधर में लटका है ।10+ 12 का भवन बनकर बरसों से तैयार है, मगर ना शिक्षक की बहाली हुई और ना ही संसाधन उपलब्ध है.


इटाढ़ी थाना क्षेत्र के बड़कागांव के रहने वाले किसान मदन लाल चौधरी के पुत्र राहुल कुमार ने अपनी प्रतिभा से ना सिर्फ अपने परिजनों और गांव का नाम रोशन किया है बल्कि उसने पूरे सूबे में जिले का नाम भी रोशन किया है. प्रशासनिक अधिकारी बनने का सपना  संजोए राहुल कुमार अपने सहपाठियों और शिक्षकों के बीच में भी खासा लोकप्रिय है.
राहुल ने हमें बताया कि उसे किसी भी तरह कि सामान्य ज्ञान की जानकारियां हासिल करना एवं रट-रट कर उन्हें याद करना अच्छा लगता है. यही कारण था कि उसने चुनाव आयोग द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन किया. राहुल ने हमें बताया कि समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार को देख कर  उसका मन  काफी दुखी होता है. सिस्टम में  व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध वह प्रशासनिक अधिकारी बन सुधार अभियान चलाएगा. राहुल के शिक्षकों ने बताया कि वह शुरू से ही प्रतिभाशाली छात्र रहा है. अन्य बच्चों की अपेक्षा उसके अंदर प्रतिभा कूट कूट कर भरी है. वह ना सिर्फ शैक्षणिक गतिविधियों बल्कि उनके अतिरिक्त सामाजिक राजनैतिक एवं अन्य विषयों पर भी अपनी अच्छी पकड़ रखता है.
दूसरी ओर राहुल के माता-पिता ने बताया कि राहुल के पढ़ने के प्रति ललक और समर्पण ने बहुत पहले ही यह साबित कर दिया था कि वह अपनी प्रतिभा के बल पर अपना एवम अपने गांव तथा जिले का नाम रोशन करेगा. उन्होंने बताया कि तरंग प्रतियोगिता में भी उसने जिले का प्रतिनिधित्व किया है. तथा उन्हें यह विश्वास है कि जनवरी माह के तीसरे सप्ताह में चुनाव आयोग द्वारा आयोजित होने वाली राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भी वह सफलता हासिल करेगा. राहुल के पिता जो पेशे से किसान हैं अपने तीन बच्चों को पढ़ाई से संबंधित हर सुविधाएं उपलब्ध करा देना चाहते हैं. हालांकि, अर्थाभाव के कारण यह संभव नहीं हो पाता लेकिन कम संसाधनों के बीच भी राहुल ने जो उपलब्धि पाई है वह उनके लिए गौरव की बात है.
बहरहाल जिले की बच्चे मानसी एवं राहुल देश स्तर पर बिहार का प्रतिनिधित्व कर बिहार के गौरवशाली अतीत को पुनर्जीवित करने जा रहे हैं, जिसके लिए बक्सर टॉप न्यूज़ की टीम की तरफ से भी उन्हें ढेरों शुभकामनाएं है.

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