Header Ads

Buxar Top News: वीडियो: भ्रष्टाचार: निबंधन कार्यालय में स्टांप वेंडरों की मनमानी, तय कीमत से डेढ़ गुना अधिक में बेच रहे हैं स्टांप, प्रशासन को नहीं है खबर..

इस प्रकार उसने स्टांप पेपर को निर्धारित दर से अधिक में बेचे जाने कि बात को अपने दलील के माध्यम से सही ठहराने की कोशिश की.
देखें वीडियो: 

- निबंधन कार्यालय परिसर में स्टांप वेंडर कर रहे हैं अवैध वसूली
- सदर अनुमंडलाधिकारी गौतम कुमार ने कहा जांच के बाद करेंगे कठोर कारवाई नहीं बख्शे जाएंगे भ्रष्टाचारी.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पुराने न्यायालय परिसर में स्थित निबंधन कार्यालय इन दिनों भ्रष्टाचारियों का अड्डा बना हुआ है. भ्रष्टाचार का आलम है स्टैंप वेंडर द्वारा स्टाम्प निर्धारित कीमत से अधिक कीमत पर बेचे जा रहे हैं, लेकिन इस भ्रष्टाचार के शिकार लोग सदैव मुंह खोलने से कतराते रहते हैं. मामले की जानकारी मिलने पर बक्सर टॉप न्यूज़ के संवाददाता ने इस तरह के भ्रष्टाचार को उजागर करने के उद्देश्य से स्वयं खरीदार बनकर सौ रुपए के स्टांप पेपर खरीदे.


दुकानदार ने सौ रुपए के स्टांप पेपर को कैमरे के सामने 150 रुपए में दिए जाने कि बात कही. मोलभाव की कोशिश करने पर दुकानदार ने कहा कि वह स्वयं 140 में स्टांप खरीदता है, इसलिए इसे 150 रुपए में खरीदता है. इस प्रकार उसने स्टांप पेपर को निर्धारित दर से अधिक में बेचे जाने कि बात को अपने दलील के माध्यम से सही ठहराने की कोशिश की. कैमरे के सामने वह सब कुछ बोलता गया और अंततः उसने 100 रुपए के स्टांप पेपर के 150 रुपए भी ले लिए. हालांकि, उसने यह भी कहा कि वह स्टांप वेंडर नहीं है बल्कि स्टांप वेंडर से स्टांप पेपर खरीद  कर बेचता है. निर्धारित कीमत से अधिक कीमत पर  स्टैंप बेचे जाने  का यह कोई नया मामला नहीं है  अक्सर 10 रुपए का स्टांप पेपर 50 रुपए में एवं 50 रुपए का स्टांप पेपर 80 रुपए में आसानी से बेचा जाता है. जरूरतमंद लोग स्टांप पेपर की अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए इस भ्रष्टाचार का शिकार होते रहते हैं. यहां बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर कैसे कोई बाहरी व्यक्ति निबंधन कार्यालय के परिसर में बैठकर  स्टांप की खरीद बिक्री करता है और कैसे प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगती !

मामले से सदर अनुमंडलाधिकारी गौतम कुमार को अवगत कराया गया, जिस पर उन्होंने मामले की जांच कराकर कारवाई किए जाने की बात कही. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा तथा ऐसे  भ्रष्टाचारियों को जेल  की हवा खिलाई जाएगी.

बहरहाल, स्टांप वेंडर पर कारवाई हो ना हो, यहां एक बड़ा प्रश्न यह उठता है कि क्या भ्रष्टाचार किया जाना ही सिर्फ एक अपराध है? क्या भ्रष्टाचार को मौन रहकर सहना क्या अपराध नहीं है? ऐसे में लोगों को स्वयं जागना होगा और भ्रष्टाचार के विरुद्ध खड़ा होना होगा. बक्सर टॉप न्यूज़ भ्रष्टाचार के विरुद्ध हर अभियान में लोगों के साथ खड़ा रहेगा.








No comments