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Buxar Top News: छह माह में ही अनुभवहीनों को डॉक्टर बना दे रही है केंद्र सरकार ! मेडिकल कमीशन बिल के विरोध में चिकित्सकों ने निकाला विरोध मार्च ..

महज छह माह के ब्रिज कोर्स करने के बाद उक्त चिकित्सकों को एलोपैथिक ईलाज करने का अधिकार देने के बाद यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि उक्त चिकित्सक ईलाज में कितनी गुणवत्ता दे पाएंगे.


देखें वीडियो:

- चिकित्सकों ने सरकार के विरुद्ध बुलंद की आवाज.
- कहा, इस बिल से आम जनमानस को भी होगा नुकसान.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: भारत सरकार द्वारा संसद में लाये जा रहे एनएमसी बिल का देश भर में चिकित्सकों ने विरोध करना शुरू कर दिया है. बक्सर आईएमए ने भी बिल के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी हैं. इस बिल को लेकर आईएमए के चिकित्सकों ने  ई रिक्शा रैली निकाली. जिसमें शामिल उन्होंने न सिर्फ बिल का विरोध किया, बल्कि जनता को बिल के लागू होने के नुसकान से भी अवगत कराया. आईएमए के जिला सचिव. डॉ. वीके सिंह ने कहा कि भारत सरकार नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) बिल लागू कर मेडिकल कॉंन्सिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) को हटाना चाहती है. इस बिल को लाकर सरकार देश के यूनानी, आयुर्वेदिक तथा होम्योपैथिक चिकित्सकों को छह माह का ब्रिज कोर्स कराकर अंग्रेजी दवा लिखने का अधिकार देने जा रही हैं.


उन्होंने कहा कि ऐसा होने पर न सिर्फ एलोपैथिक चिकित्सक बल्कि मरीज भी प्रभावित होंगे.  सरकार की यह नीति चिकित्सकों के साथ धोखा है. उन्होनें इसे देश की जनता के साथ छलावा बताया और कहा कि इस बिल से ईलाज प्रणाली पूरी तरह ध्वस्त हो जाएगी. उन्होनें कहा कि महज छह माह के ब्रिज कोर्स करने के बाद उक्त चिकित्सकों को एलोपैथिक ईलाज करने का अधिकार देने के बाद यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि उक्त चिकित्सक ईलाज में कितनी गुणवत्ता दे पाएंगे. 
कार्यक्रम में कई वरिष्ठ चिकित्सक शामिल हुए जिनमें  डॉ. सी.एम सिंह, डॉ. सच्चिदानंद राय, डॉ. ए के सिंह, डॉ. वीके सिंह, डॉ.वेद प्रकाश, डॉ. तनवीर फरीदी डॉक्टर अरुण कुमार, डॉ. शैलेश राय, डॉ. अशोक कुमार श्रीवास्तव, डॉ. रंगनाथ तिवारी, डॉ एस पी सिंह, डॉ. सत्य प्रकाश  प्रमुख रहे. यात्रा रेड क्रॉस भवन के समीप से शुरू होकर नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए पुनः रेड क्रॉस भवन के पास ही आकर समाप्त हुई.















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