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Buxar Top News: नगर को जगमग करने की कयावद में अनियमितता के संकेत, उप मुख्य पार्षद ने कहा कराई जाएगी जांच, बख्शे नहीं जाएंगे दोषी !

डुप्लीकेट सामानों का प्रयोग लाईटों तक बिजली पहुंचाने के लिए किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ तारों को जमीन के अंदर दो से ढाई फ़ीट नीचे डाले जाने की जगह केवल 5 पाँच से छह इंच जमीन में डाल कर किसी भी तरह खानापूर्ति की जा रही है.
तार बिछाता मजदूर.

- नगर परिषद क्षेत्र में लगाई जा रही है लाइटें.
- प्रारंभिक दौर में ही भारी अनियमितता कि मिल रहे हैं साक्ष्य.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर परिषद के क्षेत्र को अंधेरे से मुक्ति दिलाते हुए चकाचौंध रौशनी से जगमग करने की कयावद के तगह नगर परिषद के द्वारा नगर के विभिन्न इलाकों में  लगाए जा रहे स्ट्रीट लाईटों के लगाए जाने के दौरान भारी अनियमितता बरतने के साक्ष्य मिल रहे हैं. इस दौरान जहाँ डुप्लीकेट सामानों का प्रयोग लाईटों तक बिजली पहुंचाने के लिए किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ तारों को जमीन के अंदर दो से ढाई फ़ीट नीचे डाले जाने की जगह केवल 5 पाँच से छह इंच जमीन में डाल कर किसी भी तरह खानापूर्ति की जा रही है.
तार बिछाने के लिए खोदा गया गड्ढा

 मामले में पूर्व से मिल रही शिकायतों के आलोक में जब कार्य की वास्तविक स्थिति जानने के लिए  बक्सर टॉप न्यूज़ की टीम जब नगर के वीर कुंवर सिंह चौक के समीप मॉडल थाना के ठीक सामने के कार्य स्थल पर पहुंची तो वहां पर लोगों के द्वारा की गयी शिकायतें सत्य प्रतीत होती दिखाई दी. जमीन के भीतर तार बिछाने वाले मजदूर खुलेआम केवल पाँच से छह इंच की खुदाई कर बिजली के तारों को जमीन में दबा रहे थे. पूछने पर मजदूरों ने स्वीकार किया कि उन्हें दो से ढाई फ़ीट तक गड्ढा खोदकर उसमें तार डालना है. लेकिन पता नहीं किस मजबूरी में वे मजदूर सिर्फ पाँच से छह इंच गड्ढा बना कर के तार को डाले जा रहे थे. कम गड्ढा कर तार बिछाए जाने के बाद यह पूरी संभावना नजर आ रही है कि इस तरह का निर्णय ज्यादा टिकाऊ नहीं हो सकता है. आश्चर्य की बात तो यह है कि यह कार्य नगर थाना के मुख्य द्वार सामने ही किया जा रहा था. जहाँ आने जाने वाले हर व्यक्ति के नजरों के सामने यह नज़ारा दिखाई दे रहा था. 
ब्राण्ड के नाम पर लगाए जा रहे हैं डुप्लीकेट तार 

इस बाबत जब नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद बबन सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कार्य में मिल रही अनियमितताओं के शिकायत के बाद यह निर्णय लिया गया है कि मामले की जांच कराई जाएगी एवं किसी भी दोषी को किसी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा.
















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