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Buxar Top News: लापरवाह व्यवस्था का स्याह सच: एक विद्यालय में दो-दो प्रधानाध्यापक, फिर भी नहीं निर्गत हो पा रहा परित्याग प्रमाण पत्र ..



सरेंजा बुनियादी विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद के लिए दो शिक्षक आपस मे दावेदारी कर रहे हैं. जिससे विद्यालय मे पढ़ने वाले बच्चे को भी भविष्य पर असर पड रहा है. 

- हाल चौसा प्रखंड के सरेंजा राजकीय बुनियादी विद्यालय का.
- तीन माह से भी अधिक समय से चल रहा है 'प्रभार विवाद".


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: शिक्षा विभाग की लापरवाही  से देश के भावी कर्णधारों का भविष्य अधर में लटका है. लेकिन विभागीय अधिकारियों को न तो अपने कर्तव्य का बोध है और ना ही अपने दायित्व का पता है. अधिकारियों के इसी रवैये के खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है. 


मामला चौसा प्रखंड के सरेंजा राजकीय बुनियादी विद्यालय से जुड़ा हुआ है. दरअसल प्रखंड के सरेंजा बुनियादी विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद के लिए दो शिक्षक आपस मे दावेदारी कर रहे हैं. जिससे विद्यालय मे पढ़ने वाले बच्चे को भी भविष्य पर असर पड रहा है.  सबसे ज्यादा मुश्किल तो उन छात्रो के साथ है जो आठवीं कक्षा उत्तीर्ण कर आगे के शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं. ऐसे छात्र-छात्राओं को विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहा है. सरेंजा गांव निवासी मनोज कुमार ने बताया कि मेरी पुत्री ने आठवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है. अब आगे के शिक्षा के लिए विद्यालय स्थानान्तरण प्रमाण-पत्र की जरूरत पड़ी तो वे विद्यालय पहुंचे. लेकिन कई दिनों तक उन्हें दौड़ाने के बावजूद भी उन्हें परित्याग प्रमाण पत्र नहीं मिला.  मामले में पूछ्ताछ करने पर मालूम हुआ कि इस विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्रीनिवास सिंह अपने पद से 31 जनवरी 2016 को सेवानिवृत्त हो गए और प्रभार विक्रमादित्य सिंह नामक शिक्षक को दे गए. जबकि विभाग के द्वारा अभय नारायण सिंह नामक शिक्षक को प्रभार देने के आदेश जारी कर दिया गया था. ऐसे में  विद्यालय के प्रधानाध्यापक पद विवादित हो गया. जिसका असर पढ़ाई से लेकर विद्यालय के अन्य कार्यों पर भी पड़ रहा है. स्थिति यह हो जा रही है कि उच्च शिक्षा के लिए दूसरे विद्यालय में नामांकन कराने के लिए आवश्यक स्थानांतरण प्रमाण पत्र कौन निर्गत करेगा यह भी नहीं स्पष्ट हो पा रहा है.

इस गंभीर स्थिति के संदर्भ मे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी चौसा से बात करने पर उन्होंने पूरे मामले की जानकारी होने की बात तो कही लेकिन इस स्थिति को दूर करने के लिए उनके द्वारा किसी भी प्रकार की पहल किए जाने की बात नहीं बताई गयी. यही नहीं इस गंभीर मामले पर उठाए गए सवाल को भी लगभग टालते हुए उन्होंने कहा कि कहा कि प्रभार विवाद से जिले के वरीय पदाधिकारी को अवगत करा दिया गया है. 

- बक्सर टॉप न्यूज़ के लिए शंकर पांडेय की रिपोर्ट.















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